भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बना हुआ है और इसमें अमीरों की तादाद में भी लगातार इजाफा हो रहा है. इसके बावजूद बड़ी संख्या में हर साल देश से करोड़पतियों का पलायन जारी है, लेकिन खुशी की बात ये है कि बीते 3 साल से ऐसे Millionaires की तादाद घट रही है.
हालांकि, ऐसा नहीं है कि केवल भारत से करोड़पति दूसरे देशों को अपना ठिकाना बना रहे हैं, ये हालात चीन, ब्रिटेन जैसे देशों में बने हुए हैं और भारत की तुलना में यहां से बहुत ज्यादा हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल्स (HNI) दूसरे देशों में पहुंचकर बस रहे हैं. Henley & Partners ने ऐसे 10 देशों की लिस्ट जारी की है, जहां से साल 2024 में सबसे ज्यादा एचएनआई बाहर जा सकते हैं और इसमें चीन (China) सबसे आगे है.
भारत से बाहर जाने वाले करोड़पतियों की संख्या घटी
हेनले एंड पार्टनर्स (Henley & Partners) की प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन 2024 की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल भारत से 4300 करोड़पति निकलकर दूसरे देशों में बस सकते हैं. टॉप-10 देशों की लिस्ट में देश को तीसरे पायदान पर रखा गया है. हालांकि, इस साल के आंकड़े बीते दो सालों में भारत से पलायन करने वाले करोड़पतियों की संख्या से काफी कम हैं. यानी साल-दर-साल इसमें गिरावट आ रही है. साल 2022 में भारत छोड़ने वाले मिलेनियर्स की तादाद करीब 7,000 के आस-पास थी, जो बीते साथ 2023 में घटकर 5100 रह गई और अब इस साल और भी गिरावट आ सकती है.
चीन इस लिस्ट में पहले पायदान पर काबिज
टॉप-10 देशों की इस लिस्ट को देखें, तो साल 2024 में सबसे ज्यादा HNI चीन से अन्य देशों में जा सकते हैं. हेनले एंड पार्टनर्स के मुताबिक, ये आंकड़ा 15,200 रह सकता है और यहां साल-दर-साल ये आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. इस हिसाब से देखें तो भारत की तुलना में करीब तीन गुना करोड़पति देश को बाय-बाय कहने के लिए तैयार हैं. इस मामले में दूसरे नंबर पर ब्रिटेन का नाम शामिल है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल यहां से 9,500 करोड़पति निकलकर दूसरे देशों में बसने की फिराक में हैं. साउथ कोरिया में ये अनुमानित आंकड़ा 1200, जबकि रूस में 1000 है.
अन्य देशों की बात करें, तो छठे नंबर पर ब्राजील से 800, साउथ अफ्रीका से 600, ताइवान से 400, जबकि नाइजीरिया और विएतनाम से 300-300 करोड़पतियों के दूसरे देशों में जाकर बसने की संभावना है.
करोड़पतियों का फेवरेट ठिकाना बन रहा UAE
अब बात कर लेते हैं कि आखिर इन तमाम देशों से बाहर निकलने वाले करोड़पति कहां जाकर बसेंगे. तो हेनले एंड पार्टनर्स के मुताबिक, Millionaires के लिए सबसे पसंदीदा ठिकाना यूएई बना है. अनुमान है कि यहां इस साल 6,700 HNI बस सकते हैं. वहीं अमेरिका (USA) में 3800 करोड़पति अपना आशियाना बना सकते हैं. ऐसे देशों की लिस्ट में अगला नाम सिंगापुर (3500), कनाडा (3200), ऑस्ट्रेलिया (2500), इटली (2200), स्विट्जरलैंड (1500), ग्रीस (1200), पुर्तगाल में 800 और जापान (Japan) में 400 करोड़पति बस सकते हैं.
अमीर लोग क्यों छोड़ते हैं अपना देश?
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये अमीर लोग अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में क्यों चले जाते हैं. दरअसल, भारत में टैक्स से जुड़े नियमों में जटिलताओं के चलते हर साल हजारों अमीर लोग देश छोड़कर चले जाते हैं. दुनियाभर के अमीरों को ऑस्ट्रेलिया, UAE और सिंगापुर जैसी जगहें सबसे ज्यादा पसंद आ रही हैं क्योंकि अमीर उस देश में जाना पसंद करते हैं, जहां टैक्स से जुड़े नियम लचीले हों. इसके अलावा बेहतर लाइफस्टाइल और शिक्षा-स्वास्थ्य जैसी चीजों को तरजीह देते हुए दूसरे देशों में जाकर बसते हैं.