कोरोना महामारी (Corona) हो या फिर महंगाई (Inflation) की मार, इन सबके बीच भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है. वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार की चाल भी सही ट्रैक पर नजर आ रही है. ऐसे में अब विशेषज्ञ इस बात को लेकर अनुमान जाहिर करने में लगे हैं कि देश पहले 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी (5 Trillion Economy) बनेगा या फिर स्टॉक मार्केट के Sensex इंडेक्स 1 लाख का स्तर पार करने में सफल होगा? आइए जानते हैं कि इस मामले में एक्सपर्ट्स की क्या राय है?
2028 तक 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी
दलाल स्ट्रीट (Dalal Street) के फंड मैनेजर और विश्लेषक भारत और भारतीय शेयर बाजार (Indian Stock Market) को लेकर खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं. कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि घरेलू अर्थव्यवस्था (Indian Economy) साल 2028 तक 5 ट्रिलियन डॉलर के लैंडमार्क को छू सकती है, वहीं कुछ को लगता है कि ये आंकड़ा छूने से पहले ही शेयर बाजार का बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स (Sensex) अगले 3 से 4 वर्षों में 1,00,000 अंक तक पहुंच सकता है.
62 हजार के आस-पास सेंसेक्स
गौरतलब है कि फिलहाल बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला इंडेक्स सेंसेक्स 62,000 के अपने ऑल टाइम हाई के आस-पास बना हुआ है. बीते कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को Sensex 61,663.48 के स्तर पर बंद हुआ था. पीएमएस बाजार (PMS Bazar) द्वारा बीते सप्ताह आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान फंड मैनेजर्स और शेयर बाजार एनालिस्ट जुटे. इस दौरान उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार को लेकर अपने विचार साझा किए.
5 साल से पहले एक लाख तक पहुंचेगा सेंसेक्स!
कार्यक्रम के दौरान शेयर बाजार के जाने माने एनालिस्ट और YES Securities के ग्रुप प्रेसिडेंट और इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज हेड अमर अंबानी (Amar Ambani) ने कहा कि सेंसेक्स 3.5 साल में 1,00,000 के स्तर पर पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि महंगाई और ब्याज दरों में बढ़ोतरी, रुपये में स्थिरता और बॉन्ड बाजार जैसे कारकों से बाजार को नई दिशा मिलेगी. वहीं Right Horizons के सीईओ अनिल रेगो (Anil Rego) का कहना है कि बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए लगता है कि बेंचमार्क इंडेक्स 3 से 4 साल में इस लेवल को छू सकता है.
अर्थव्यवस्था को लेकर ये अनुमान
Indian Economy की बात करें तो साल 2021 में करीब 3.2 ट्रिलियन डॉलर थी. इसके अगले पांच साल के आउटलुक पर विशेषज्ञों की राय देखें तो बेहद ही सकारात्मक है. कार्यक्रम में शामिल कार्नेलियन कैपिटल एडवाइजर्स के संस्थापक विकास खेमानी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि प्रौद्योगिकी, विनिर्माण, बैंकिंग, रियल एस्टेट, बुनियादी ढांचा और खपत भारत में मेगाट्रेंड हैं. ऐसे में हम तय लक्ष्य को साल 2025 तक पा सकते हैं. इस दौरान बाजार के दिग्गज और Abakkus Asset Manager LLP के फाउंडर सुनील सिंघानिया ने कहा कि हम भारत के बारे में सकारात्मक हैं और देश के लिए मंजिल बहुत स्पष्ट है. उन्होंने कहा कि हम 2027 या 2028 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन सकते हैं.