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अगले साल 10 फीसदी के करीब पहुंचेगी भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट! मॉर्गन स्टैनली का दावा 

मॉर्गन स्टैनली की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 की चौथी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोना-पूर्व के उत्पादन स्तर को हासिल कर लेगी. ज्यादातर रेटिंग एजेंसियों ने अगले साल जीडीपी ग्रोथ बेहतर रहने का सुझाव दिया है, लेकिन जीडीपी ग्रोथ इतना बढ़िया होगा, यह अभी किसी का अनुमान नहीं है. 

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जीडीपी में अच्छी बढ़त का अनुमान
जीडीपी में अच्छी बढ़त का अनुमान
स्टोरी हाइलाइट्स
  • अगले साल जीडीपी ग्रोथ करीब 10% रहने का दावा
  • मॉर्गन स्टैनली की एक रिपोर्ट में किया गया है यह दावा
  • इस साल जीडीपी ग्रोथ में 5.7% की गिरावट का अनुमान

इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था को अच्छा सहारा मिला है और इसकी वजह से अगले साल यानी 2021 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 9.8 फीसदी तक पहुंच सकती है. मॉर्गन स्टैनली (Morgan Stanley) की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. 

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रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 की चौथी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोना-पूर्व के उत्पादन स्तर को हासिल कर लेगी. मॉर्गन स्टैनली के रिसर्च नोट में कहा गया है, 'हमें उम्मीद है कि 2021 में तरक्की में सुधार का कदम मजबूत होगा और साल 2021 में सालाना ग्रोथ रेट 9.8 फीसदी तक पहुंच जाएगा, जबकि 2020 में इसमें 5.7 फीसदी की गिरावट आएगी.' 

 इसे देखें: आजतक LIVE TV 

महंगाई लक्ष्य से ज्यादा रहेगी 

रिपोर्ट में कहा गया है कि महंगाई सरकार और रिजर्व बैंक के लक्ष्य से ऊपर रहेगी. रिपोर्ट के अनुसार, 'भारत में महंगाई 4 फीसदी के लक्ष्य से ऊपर रहेगी, लेकिन बाहरी स्थिरता के जोखिम काबू में रहेंगे.' 

गौरतलब है कि ज्यादातर रेटिंग एजेंसियों ने इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था के निगेटिव ग्रोथ यानी जीडीपी में गिरावट और अगले साल जीडीपी ग्रोथ बेहतर रहने का सुझाव दिया है, लेकिन जीडीपी ग्रोथ इतना बढ़िया होगा, यह अभी किसी का अनुमान नहीं है. 

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जून तिमाही में आयी थी ऐतिहासिक गिरावट 

कोरोना संकट की वजह से इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी जून की तिमाही में भारत की जीडीपी में 23.9 फीसदी की भारी गिरावट आई है. यह भारत के आधुनिक इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट थी. रेटिंग एजेंसी फिच ने अनुमान लगाया है कि इस वित्त वर्ष यानी 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 10.5 फीसदी की भारी गिरावट आ सकती है. यानी जीडीपी ग्रोथ माइनस 10.5 फीसदी हो सकती है. 

मोदी सरकार ने अर्थव्यवस्था को राहत देने के लिए अब तक करीब 29 लाख करोड़ रुपये का कई चरणों में राहत पैकेज का ऐलान किया है. दूसरी यानी सितंबर तिमाही के आंकड़े आने के बाद ही अर्थव्यवस्था की वास्तविक तस्वीर साफ हो पाएगी. 

 

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