कोरोना की दूसरी लहर के जोर पकड़ने से पहले देश के उद्योग-धंधों ने अपनी रफ्तार पकड़ ली थी. शुक्रवार को जारी अप्रैल के औद्योगिक उत्पादन आंकड़े भी इसकी झलक दिखाते हैं. जहां मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के उत्पादन की ग्रोथ करीब 200% रही है.
इतना बढ़ा औद्योगिक उत्पादन
सरकार ने शुक्रवार को औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आंकड़े जारी कर दिए. अप्रैल में देश की इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन ग्रोथ 134.4% रही है. हालांकि इसकी मुख्य वजह पिछले साल का लॉकडाउन है जब अप्रैल में देशभर की फैक्ट्रियां बंद थीं.
इससे पहले मार्च 2021 में देश के औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 22.4% थी. जबकि अप्रैल 2020 में इसमें 57.3% की भारी गिरावट देखी गई थी.
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ 200%
IIP में तीन-चौथाई से अधिक हिस्सेदारी रखने वाले मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने भी तरक्की के झंडे गाड़े हैं. इस सेक्टर के उत्पादन की ग्रोथ अप्रैल में 197.1% रही है. हालांकि पिछले साल अप्रैल में इसमें 66% की गिरावट दर्ज की गई थी.
खनन, बिजली सेक्टर की भी बल्ले-बल्ले
IIP में 14% तक भारांश रखने वाले खनन क्षेत्र की गतिविधियों में इस दौरान 37% की ग्रोथ दर्ज की गई है. वहीं बिजली उत्पादन 38.1% बढ़ा है. पिछले साल इसी महीने में इनमें क्रमश: 26.9% और 22.8% की गिरावट दर्ज की गई थी.
तुलना नहीं कर सकते पिछले साल से
सरकार ने IIP के आंकड़े जारी करने के साथ ही कहा है कि इनकी तुलना पिछले साल से नहीं की जा सकती, क्योंकि पिछले साल अप्रैल में लॉकडाउन था.
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