scorecardresearch
 

India Ukraine Trade: रूस से दोस्ती के बीच यूक्रेन को भी नहीं भूला भारत, अब हुई ये डील!

भारत क्रूड ऑयल की तरह खाने के तेल का भी बड़े पैमाने पर आयात करता है. भारत को दुनिया का सबसे बड़ा एडिबल ऑयल इम्पोर्टर (World's Biggest Edible Oil Importer) माना जाता है. भारत ने पिछले साल अक्टूबर में समाप्त हुए फिस्कल ईयर में 18.9 लाख टन सूरजमुखी तेल का निर्यात किया था. इसमें अकेले यूक्रेन ने करीब 74 फीसदी खेप की आपूर्ति की थी.

Advertisement
X
जल्द मिल सकती है खेप (Photo: Ukrainian Agrarian Council)
जल्द मिल सकती है खेप (Photo: Ukrainian Agrarian Council)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रूस के हमले के बाद से बंद है यूक्रेन का एक्सपोर्ट
  • ब्लैक-सी कॉरिडोर खोलने पर बनी सहमति

इस साल फरवरी महीने में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद शुरू हुई जंग (Russia Ukraine War) ने ग्लोबल ट्रेड (Global Trade) पर बड़ा असर डाला है. इससे ग्लोबल सप्लाई चेन (Global Supply Chain) पर बुरा असर हुआ और कई देशों में खाने-पीने की चीजों की कमी (Food Crisis) हो गई. हालांकि अब धीरे-धीरे इस स्थिति में सुधार आने की उम्मीद है. रूस और यूक्रेन दोनों हाल ही में इस बात पर सहमत हुए हैं कि ब्लैक सी (Black Sea) के रास्ते व्यापार को फिर से शुरू किया जाए. इस सहमति के बाद यूक्रेन फिर से गेहूं (Wheat), सूरजमुखी तेल (Sunflower Oil) आदि का निर्यात शुरू कर सकेगा. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, बदले हालात में भारत भी यूक्रेन से सूरजमुखी तेल की बड़ी खेप खरीदने की तैयारी में है.

Advertisement

भारत है एडिबल ऑयल का सबसे बड़ा खरीदार

भारत यूक्रेन से खाने के तेल (Edible Oil) की खेप खरीदने की शुरुआत ऐसे समय में कर रहा है, जब वह पहले ही जंग के कारण सस्ते हुए रूसी क्रूड ऑयल (Russian Crude Oil)  का फायदा उठा रहा है. घरेलू आयात-निर्यात कंपनी सनविन ग्रुप (Sunvin Group) की मानें तो भारत को पांच महीने के अंतराल के बाद इस साल सितंबर महीने में यूक्रेन से सूरजमुखी तेल की पहली खेप मिल सकती है. आपको बता दें भारत क्रूड ऑयल की तरह खाने के तेल का भी बड़े पैमाने पर आयात करता है. भारत को दुनिया का सबसे बड़ा एडिबल ऑयल इम्पोर्टर (World's Biggest Edible Oil Importer) माना जाता है.

सितंबर से मिल सकती है इतनी बड़ी खेप

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में मुंबई बेस्ड आयात-निर्यात कंपनी सनविन के चीफ एक्सीक्यूटिव ऑफिसर संदीप बाजोरिया (Sandeep Bajoria) के हवाले से कहा गया है कि एग्रीकल्चरल एक्सपोर्ट (Agricultural Export) के लिए ब्लैक-सी के कुछ कॉरिडोर को खोले जाने के बाद यूक्रेन से भारत को करीब 50-60 हजार टन सूरजमुखी तेल की खेप मिल सकती है. इन खेपों को यूक्रेन के ओडेशा (Odesa) और कोर्नोमोर्स्क (Chornomorsk) बंदरगाहों पर लोड किया जा सकता है. उन्होंने कहा, 'हमें अगस्त शिपमेंट के लिए ऑफर मिलने लगे हैं, लेकिन सारी चीजें जहाजों की उपलब्धता पर निर्भर करेगी. यूक्रेन के पास पर्याप्त मात्रा में ऑयलसीड (Oilseeds) उपलब्ध है.'

Advertisement

अप्रैल से अब तक नहीं मिला यूक्रेनी तेल

आपको बता दें कि पूर्वी यूरोप (Eastern Europe) में जंग की शुरुआत के बाद से ही भारत यूक्रेन से खाने के तेल का आयात नहीं कर पा रहा है. अप्रैल के बाद अभी तक भारत को यूक्रेन से एडिबल ऑयल की एक भी खेप नहीं मिली है. यूक्रेन गेहूं (Wheat), मक्का (Corn) और खाने के तेल (Edible Oil) के मामले में दुनिया के सबसे बड़े निर्यातक देशों में से एक है. हालांकि रूस के हमले के बाद यूक्रेन के सारे अहम बंदरगाह जंग की चपेट में आ गए, जिससे व्यापार बाधित हुआ. ताजे समझौते के बाद धीरे-धीरे व्यापार के बहाल होने की उम्मीद बढ़ी है.

यूक्रेन से इतना तेल खरीदता है भारत

दूसरी ओर भारत सरकार ने इस फिस्कल ईयर और अगले फिस्कल ईयर के लिए सालाना 20 लाख टन सूरजमुखी तेल के आयात से शुल्क (Duty) हटा दिया है. इससे भारत में सूरजमुखी तेल की मांग तेज होने के अनुमान हैं. भारत ने पिछले साल अक्टूबर में समाप्त हुए फिस्कल ईयर में 18.9 लाख टन सूरजमुखी तेल का निर्यात किया था. इसमें अकेले यूक्रेन ने करीब 74 फीसदी खेप की आपूर्ति की थी. इसके अलावा भारत ने करीब 12-12 फीसदी सूरजमुखी तेल का आयात रूस (Russia) और अर्जेंटीना (Argentina) से किया था.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement