घरेलू शेयर बाजार (Share Market) साल की अच्छी शुरुआत करने के बाद गिरावट की चपेट में चल रहा है. आज लगातार छठे दिन बाजार गिरा हुआ है. बीते 5 दिनों में शेयर मार्केट 5.50 फीसदी से ज्यादा नीचे गिरा है. इन्वेस्टर्स इससे घबराकर बिकवाली करने लगे हैं. खासकर रिटेल इन्वेस्टर्स (Retail Investors) को इस बात का डर सता रहा है कि बाजार में आने वाले दिनों में क्या होगा. ऐसे इन्वेस्टर्स के लिए India VIX इंडेक्स बड़े काम की चीज है, जो भारतीय शेयर बाजार के लिए थर्मामीटर का काम करता है.
5 दिन में इतना चढ़ गया इंडेक्स
इंडिया विक्स इंडेक्स की चाल पहले से ही बता देती है कि शेयर बाजार किस राह पर बढ़ने वाला है. एनएसई (NSE) पर यह इंडेक्स बीते एक महीने में करीब 34 फीसदी ऊपर गया है. हालिया 5 दिनों में इंडेक्स अधिक तेजी से चढ़ा है. इन 5 दिनों में ही इंडिया विक्स सूचकांक करीब 27 फीसदी चढ़कर 23 अंक के पास पहुंच गया है.
हाई से अभी भी काफी नीचे
हालांकि इन्वेस्टर्स के लिए राहत की बात है कि यह इंडेक्स अभी भी अपने हाई की तुलना में बहुत नीचे है. इंडिया विक्स का ऑल टाइम हाई (All Time High) 92.53 है, जो उसने नवंबर 2008 में अचीव किया था. तब पूरी दुनिया आर्थिक मंदी की चपेट में थी और ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस (Global Financial Crisis) ने बाजारों की सेहत बिगाड़ दी थी. उसके बाद मार्च 2020 में समय इंडिया विक्स 70 के पार गया था. उस समय कोरोना महामारी के पहले लहर की भारत में शुरुआत हुई थी. महामारी पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने पूर देश में लॉकडाउन लगा दिया था. इससे बाजार भी घबरा गया था.
ऐसे पता चलती है बाजार की सेहत
दरअसल इंडिया विक्स इंडेक्स यह बताता है कि मार्केट कितना वोलेटाइल (Volatile) रहने वाला है. इसका पूरा नाम ही Voltility Index है. जब यह इंडेक्स चढ़ता है तो इससे पता चलता है कि इन्वेस्टर घबराए हुए हैं. अगर यह इंडेक्स 15 के आस-पास होता है, तो माना जाता है कि बाजार में गतिविधियां बैलेंस्ड हैं. 15 से नीचे का इंडेक्स बाजार में आने वाली तेजी की ओर इशारा करता है, वहीं दूसरी ओर यह जितना ऊपर जाता है, उतनी ही तेज गिरावट की आशंका रहती है.
अभी इस फैक्टर का हो रहा असर
इंडिया विक्स इंडेक्स पर इस समय अमेरिकी बाजार का सबसे ज्यादा असर हो रहा है. अमेरिका में आज से सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व की बैठक शुरू हो रही है. इस बैठक के नतीजे कल यानी बुधवार को सामने आएंगे. बाजार को इस बात का डर है कि फेडरल रिजर्व अनुमान से पहले ब्याज दर को बढ़ाने की राह पकड़ सकता है. इसके कारण अमेरिका का वॉलेटिलिटी इंडेक्स CBOE VIX चढ़ा हुआ है.
बजट से बाजार को मिल सकता है बूस्ट
अगले सप्ताह पेश होने जा रहे बजट (Budget 2022) से आने वाले दिनों में इंडिया विक्स पर असर देखने को मिल सकता है. इन्वेस्टर्स सरकार से सुपर बजट की उम्मीद कर रहे हैं. अगर बजट उम्मीदों पर खरा उतरा तो इंडिया विक्स इंडेक्स में नरमी आ सकती है और शेयर बाजार की गिरावट पर लगाम लग सकती है. बजट को लेकर कुछ सेक्टर ज्यादा ही संवेदनशील होते हैं. खासकर इंफ्रा (Infra), एग्री (Agri), डिफेंस (Defence) आदि सेक्टर में इस बार के बजट से तेजी आने की उम्मीद है.