डिजिटल वॉलेट स्टार्टअप मोबिक्विक (MobiKwik) भी जल्द ही अपना आईपीओ ला सकता है. मोबिक्विक ने इसके लिए सेबी के पास दस्तावेज भी जमा कर दिए हैं. वन मोबिक्विक सिस्टम्स ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए 1,900 करोड़ रुपये जुटाने के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास शुरुआती दस्तावेज जमा कराए हैं.
आईपीओ के तहत 1,500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे और प्रवर्तक और मौजूदा शेयरधारक 400 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश यानी ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) लाएंगे.
1900 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
कंपनी की योजना इस आईपीओ से करीब 1900 करोड़ रुपये जुटाने की है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कंपनी 400 करोड़ रुपये तक के आईपीओ प्री प्लेसमेंट पर भी विचार कर सकती है. यदि आईपीओ का प्री प्लेसमेंट पूरा होता है, तो नए निर्गम से इतने ही इक्विटी शेयरों को घटा दिया जाएगा.
वन मोबिक्विक सिस्टम्स देश की प्रमुख मोबाइल वॉलेट (मोबिक्विक वॉलेट) तथा बाय नाउ पे लेटर (बीएनपीएल) कंपनी है. कंपनी के शेयरों को बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध किया जाएगा.
इनसे है मुकाबला
मोबिक्विक में सिकोइया कैपिटल और बजाज फाइनेंस लिमिटेड का बड़ा निवेश है. इस कंपनी का सीधा मुकाबला, वाट्सऐप पे, गूगल पे, फोन पे, पेटीएम जैसे पेमेंट ऐप्स के साथ है.
मोबिक्विक से हर रोज 10 लाख से भी अधिक ट्रांजेक्शन होते हैं. मोबिक्विक का इस्तेमाल कर के फोन रिचार्ज किया जा सकता है, बिल जमा किए जा सकते हैं और कई जगहों पर भुगतान भी किया जा सकता है. अभी मोबिक्विक के उपभोक्ताओं की संख्या 1.07 करोड़ से भी अधिक है.