शेयर बाजार (Stock Market) में इस हफ्ते बड़ी गिरावट देखने को मिली. सिर्फ बुधवार को Sensex, निफ्टी, स्मॉल और मिडकैप में इतनी बड़ी गिरावट हुई कि निवेशकों के 13.47 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए. सबसे बड़ी गिरावट स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स में हुई है. सप्ताह के दौरान इससे जुड़े स्टॉक्स में भी भारी गिरावट देखने को मिली है, जिसका नतीजा ये है कि स्मॉल और मिडकैप कंपनियों के मार्केट कैप में तगड़ा नुकसान हुआ है.
एक दिन में ही स्मॉल कैप और मिडकैप (Small and Midcap) में निवेशकों का 70 अरब डॉलर या 5.79 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, लेकिन रिकवरी के बाद अब ये घाटा कम होकर 47 अरब डॉलर यानी करीब 4 लाख करोड़ रुपये हो चुका है. इन शेयरों ने 15 महीनों में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया है, जबकि यह पिछले एक साल से शानदार रैली पर थे.
सेबी की चेतावनी से भारी गिरावट
बीते दिनों SEBI की चेयपर्सन ने कहा था कि मिडकैप और स्मॉलकैप में बबल बनने के संकेत दिख रहे हैं. उन्होंने ने निवेशकों को इससे सतर्क रहने की सलाह दी थी. उन्होंने कहा था कि इन सेक्टर्स पर सेबी की पैनी नजर है. सेबी के इस बयान के बीच म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) ने भी इन इंडेक्स से अपनी हिस्सेदारी कम कर ली थी. इसके बाद मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में बड़ी गिरावट आई.
शुक्रवार को भी बाजार में गिरावट
शेयर बाजार (Stock Market) निवेशकों के लिए शुक्रवार का दिन भी अच्छा नहीं रहा. सेंसेक्स 453 अंक गिरकर 72,643 लेवल और निफ्टी 123 अंक गिरकर 22,023 लेवल पर बंद हुआ. सेंसेक्स के टॉप 30 शेयरों में से 25 लाल निशान पर बंद हुए. वहीं निफ्टी के 1,385 शेयर गिरावट पर बंद हुए. इसमें से 149 शेयरों ने लोअर सर्किट को टच किया.
इन सेक्टर्स में बड़ी गिरावट
बता दें शुक्रवार को एफएमजीसी और मेटल को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर्स में गिरावट देखने को मिली. आज सबसे बड़ी गिरावट ऑयल और गैस सेक्टर में हुई. वहीं बैंक निफ्टी 0.42 फीसदी गिरकर 46,594 पर बंद हुआ. इसके अलावा, निफ्टी मिडकैप में भी 0.46 फीसदी तक की गिरावट हुई है. हालांकि निफ्टी स्मॉलकैप में मामूली तेजी रही.