ईरान ने पाकिस्तान (Iran Vs Pakistan) के बलूचिस्तान में मिसाइलें दागीं और ड्रोन हमले किए, तो पाकिस्तान भी बौखला गया और ईरान पर हमले शुरू कर दिए हैं. इस मामले में करीब 10 लोगों के मारे जाने की भी खबर है. रिपोर्ट्स की मानें तो ईरान की ओर से यह मिसाइल अटैक (Missile Attack) दरअसल, पाकिस्तान से संचालित हो रहे जैश-अल-अदल नामक आतंकी संगठन के ठिकानों पर किया गया था, लेकिन पाकिस्तान ने इसे देश की संप्रभुता का उल्लंघन माना और पलटवार कर दिया. हम आपको बता रहे हैं कि इन दोनों देशों में कौन आर्थिक मोर्चे पर ताकतवर है और किसका रक्षा बजट ज्यादा है?
इतनी है पाकिस्तान की जीडीपी
सबसे पहले बात करते हैं पाकिस्तान की, तो बता दें कि ये फिलहाल अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट (Pakistan Economic Crisis) से जूझ रहा है और तमाम कोशिशों व बाहरी मदद के बावजूद हालात बदतर नजर आ रहे हैं. देश की आबादी 241,499,431 (2022 के मुताबिक) है. पाकिस्तान इकोनॉमी की बात करें तो इसकी जीडीपी (Pakistan GDP) 340.64 अरब डॉलर है और जीडीपी के मामले में ये दुनिया में 46वें पायदान पर आता है. यहां ये बता दें कि पाकिस्तान की आज जो बदहाल हालत है, उसमें चीन समेत अन्य देशों से लिए गए भारी-भरकम कर्ज की बड़ी भूमिका है.
इधर जनता पर महंगाई मार, देश ने बढ़ाया रक्षा बजट
भले ही पाकिस्तान ईरान के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दे रहा है, लेकिन दूसरी ओर देश की जनता चरम पर पहुंच चुकी महंगाई की मार से कराह रही है और रोटी-चावल से लेकर जरूरी रोजमर्रा के सामनों के लिए जद्दोजहद कर रही है. खास बात ये भी है कि एक ओर जहां पाकिस्तान में जनता बदहाल है, तो वहीं देश में बीते साल ही 3 साल बाद रक्षा बजट में बढ़ोतरी की है. बीते साल जून 2023 में तत्कालीन शहबाज सरकार में वित्त मंत्री रहे इशाक डार ने देश का आम बजट पेश किया था और कंगाली की कगार पर खड़े होने के बावजूद इस में पाकिस्तान ने अपने रक्षा खर्च में सालाना आधार पर 15.4 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान किया था.
वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पाकिस्तान का कुल बजट खर्च 14.46 लाख करोड़ रुपये था, जो इससे पिछली साल के मुकाबले 50 फीसदी से भी ज्यादा था. बात करें रक्षा पर व्यय की, तो तत्कालीन वित्त मंत्री डार ने नेशनल असेंबली के पटल पर बजट रखते हुए बताया था कि इसमें डिफेंस पर होने वाला खर्च 1,804 अरब रुपये रखा गया है.
ईरान GDP में आगे, रक्षा व्यय में पाकिस्तान से पीछे
ये तो हुई पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति की चर्चा, वहीं बात करें ईरान की फाइनेंशियल हेल्थ की, तो जनसंख्या के मामले में ये पाकिस्तान से मात खाता है, लेकिन इकोनॉमी के मोर्चे पर उससे कहीं ज्यादा आगे है. ईरान की पॉपुलेशन 86,758,304 (2022 के मुताबिक) है और इसकी जीडीपी का आकार (Iran GDP) 366.438 अरब डॉलर है और आर्थिक स्तर पर रैंकिग के मामले में ये दुनिया के 42वें पायदान पर है यानी पाकिस्तान से चार पायदान आगे. ईरान की जीडीपी में सबसे अहम रोल ऑयल सेक्टर निभाता है.
जीडीपी के मामले में तो ईरान, पाकिस्तान को पीछे छोड़ता है. वहीं बात करें डिफेंस बजट की तो, रिपोर्ट के मुताबिक तो ईरान का पिछला रक्षा बजट 555 करोड़ डॉलर्स का था.
सैन्य ताकत के मामले में आगे है पाकिस्तान
ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स की 2024 की रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों के मुताबिक, सैन्य ताकत के मामले में पाकिस्तान, ईरान से आगे है. रिपोर्ट में 145 देशों की सेनाओं को रैंकिंग दी गई है. इसमें ईरान 14वें, तो पाकिस्तान 9वें पायदान पर रखा गया है. इस रिपोर्ट की मानें तो डिफेंस सेक्टर में मैनपावर, एयरपावर, लैंड पावर और नेवल पावर के मामले में पाकिस्तान आगे है, जबकि नेचुरल रिसोर्सेज, फाइनेंशियली, लॉजिस्टिक्स और जियोग्राफी में ईरान बहुत आगे है.