कोरोना संकट के बीच चिप (Chip) की कमी से ऑटो इंडस्ट्रीज का बुरा हाल है. सरकार अब तेजी से देश में सेमी-कंडक्टर प्लांट लगाने पर फोकस कर रही है. इसी कड़ी में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री आर. चंद्रशेखर ने मंगलवार को कहा कि इस पर तेजी से काम हो रहा है.
मंत्री ने कहा कि भारत अगले 5-7 वर्षों में अपनी मुख्य क्षमता के अलावा अर्धचालक (सेमी-कंडक्टर) डिजाइन, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन और इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण सेवाओं जैसे क्षेत्रों में नए अवसरों का उपयोग कर सकता है. उन्होंने ये बातें माइक्रोसॉफ्ट के एक कार्यक्रम में कहीं.
हार्डवेयर देने वाला देश बन सकता है भारत
केंद्रीय राज्य मंत्री आर. चंद्रशेखर ने कहा कि आगे टेक्नोलॉजी क्रांति सॉफ्टवेयर महत्तम उपयोग (ऑप्टिमाइजेशन), सेमीकंडक्टर डिजाइन, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन की खोज से आने वाली है. उन्होंने ये भी कहा कि हम सिर्फ सॉफ्टवेयर दिया करते थे और अब हम अगले पांच से सात वर्षों में हार्डवेयर देने वाले बन सकते हैं.
इसके साथ ही हम सेमीकंडक्टर डिजाइन देने वाले हो सकते हैं. हम 'ई-आरएंडडी' देने वाला हो सकते हैं. हम इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम, डिजाइन देने वाले हो सकते हैं और हम इलेक्ट्रॉनिक, विनिर्माण सेवा देने वाले हो सकते हैं. उन्होंने कहा, 'पिछले 15-20 वर्षों से हमारी जो मुख्य क्षमता रही है, उसके आगे भी अवसरों का एक नया क्षितिज है.'
मंत्री आर. चंद्रशेखर ने कहा कि हम उद्योग, उद्यमियों और शिक्षाविदों के साथ साझेदारी में हासिल करेंगे. इसके लिए 1,000 अरब डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था के निर्माण का लक्ष्य पर पहुंचना होगा. उन्होंने कहा कि बढ़ते डिजिटलीकरण के बीच उपयोगकर्ता डेटा सुरक्षा के लिए भारत में इंटरनेट हमेशा खुला, सुरक्षित, भरोसेमंद और जवाबदेह रहेगा.