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ITC Success Story: 114 साल पुराना इस कंपनी का इतिहास... बनाती हैं सिगरेट से लेकर अगरबत्ती तक

ITC History: सेंसेक्स की टॉप-10 कंपनियों में शामिल आईटीसी लिमिटेड की स्थापना साल 1910 में की गई थी. सिगरेट बनाने से शुरू हुई ये कंपनी आज लग्जरी होटल से लेकर घर की रसोई में मौजूद आटा तक के कारोबार से जुड़ी हुई है. इसके चेयरमैन और एमडी संजीव पुरी हैं.

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कोलकाता में साल 1910 में हुई थी आईटीसी लिमिटेड की शुरुआत
कोलकाता में साल 1910 में हुई थी आईटीसी लिमिटेड की शुरुआत

भारतीय कारोबारी सेक्टर में टाटा (TATA) से लेकर रिलायंस (Reliance) तक बड़े नाम शामिल हैं और देश की टॉप-10 वैल्यूएबल कंपनियों में आईटीसी लिमिटेड का नाम भी शामिल है, जो सिगरेट से लेकर अगरबत्ती तक बनाती है. ITC Ltd के इहिसास की बात करें, तो 114 साल पुराना है. खास बात ये है कि ये कंपनी शेयर बाजार में बोनस और डिविडेंड देने के मामले में भी अव्वल रही है. इसके बनाए गए प्रोडक्ट्स में से कोई न कोई हर घर में इस्तेमाल होता है. इसके अलवाा हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में भी ये बड़ा नाम है. आइए जानते हैं इस कंपनी की शुरुआत से सक्सेस होने तक की दिलचस्प कहानी... 

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24 अगस्त 1910 में हुई थी शुरुआत
आपने देश में लग्जरी होटल आईटीसी (ITC Hotel) का नाम तो सुना ही होगा, हॉस्पिटैलिटी के साथ ही ये फेमस कंपनी पैकेजिंग (Packaging), एफएमसीजी (FMCG), फैशन (Fashion), रिटेल (Retail) जैसे तमाम सेक्टर्स में अपनी दमदार मौजूदगी रखती है. इसे बड़े कारोबारी ग्रुप के शुरुआत की कहानी बेहद ही दिलचस्प है, जिसने शुरुआत के बाद देखते ही देखते देश के हर घर तक अपनी पहुंच बना ली. इसकी स्थापना 24 अगस्त 1910 को हुई थी.

पहले कुछ और ही था कंपनी का नाम
आईटीसी लिमिटेड की 1910 में जब शुरुआत हुई थी, तब इसका नाम कुछ और था. इसे इंपीरियल टोबैको कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Imperial Tobacco Company Of India Limited) के नाम से शुरू किया गया था. लेकिन, जैसे-जैसे इस कंपनी में भारतीय हिस्सेदारी में इजाफा होते हुए चला गया, तो ये तमाम सेक्टर्स में अपने कदम बढ़ाती चली गई. साल 1970 में पहली बार इस कंपनी के नाम में बदलाव किया गया और इंडिया टोबैको कंपनी लिमिटेड (India Tobacco Company Ltd) कर दिया गया. 

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सिगरेट के साथ इन प्रोडक्टस पर भी फोकस 
कारोबार विस्तार और बिजनेस के पकड़ मजबूत बनते ही कंपनी का पोर्टफोलियो बढ़ने लगा और शुरुआत में सिगरेट बनाने वाली कंपनी इस दायरे से बाहर निकलने लगी और अन्य प्रोडक्ट्स पर फोकस बढ़ा दिया. ये ऐसा समय था जब कंपनी को एक बार फिर से अपना नाम बदलने पर विचार करना पड़ा और साल 1974 में इसका नाम बदलकर I.T.C. Limited कर दिया गया और साल 2001 में इसमें शामिल किए गए फुल स्टॉप्स को हटाकर सीधे ITC Limited किया गया. तब से अब तक अब तक कंपनी इसी नाम से जानी जाती है. 

कोलकाता में खुला था पहला ऑफिस
आज ITC Ltd देश की 10 सबसे बड़ी और मूल्यवान कंपनियों में शामिल है. लेकिन इसकी शुरुआत साधारण थी और कंपनी का पहला ऑफिस कोलकाता के राधा बाजार (Radha Bazaar) में खोला गया था और ये किराये की जगह पर शुरू किया गया था और करीब 16 साल के बाद कंपनी ने अपना ऑफिस चालू रखने के लिए खुद की जमीन खरीदी. 24 अगस्त 1926 को 37, चौरंगी (अभी जवाहर लाल नेहरू रोड) पर कंपनी ने करीब 3 लाख रुपये खर्च करके जमीन खरीदी. इसके दो साल बाद यहां ITC का पहली अपना खुद का ऑफिस खोला गया. आज ये कोलकाता शहर में जाना-माना लैंडमार्क बन है. 

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1975 में हॉस्पिटैलिटी में उतरकर मचाया धमाल
अपनी शुरुआत के कई सालों तक कंपनी सिगरेट कारोबार पर ही फोकस्ड रही और इसे विस्तारित करने के दिशा में कदम उठाते हुए साल 1925 में पैकेजिंग और प्रिंटिंग बिजनेस शुरू किया. इसके बाद कंपनी ने साल 1975 में एक बड़ा कदम उठाया और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में एंट्री ली. आईटीसी ने चेन्नई में एक होटल खरीदकर इस सेक्टर में कदम रखा. आईटीसी का पहला होटल चेन्नई के कैथेड्रल रोड पर 'ITC-Welcomgroup Hotel Chola' नाम से शुरू हुआ, जो अभी Welcomhotel By ITC Hotels नाम से जाना जाता है. अभी कंपनी आईटीसी होटल्स, वेलकमहोटल, फॉर्च्यून होटल्स और वेलकमहेरिटेज ब्रांड नाम से 100 से ज्यादा होटल चलाती है. देश ही नहीं बल्कि भारत से बाहर भी श्रीलंका जैसे देशों में इसके होटल हैं.

पड़ोसी देश नेपाल में भी बड़ा बिजनेस 
भारत के साथ ही कंपनी ने दूसरे देशों में भी अपने कारोबार को फैलाना शुरू कर दिया था और साल 1979 में पेपरबोर्ड बिजनेस शुरू कर दिया. इसके लिए ITC Bhadrachalam Paperboards Limited की शुरुआत हुई. साल 1985 में आईटीसी ने पड़ोसी देश नेपाल में सूर्या टोबैको कंपनी की शुरुआत की. 1990 के दशक में आईटीसी एग्री बिजनेस में भी उतर गई. आईटीसी का ई-चौपाल आज देश भर के किसानों के बीच लोकप्रिय है. साल 2002 में कंपनी ने एजुकेशन और स्टेशनरी बिजनेस की शुरुआत की. क्लासमेट और पेपरक्राफ्ट इस सेगमेंट में आईटीसी के फेमस ब्रांड हैं. इसी दौरान कंपनी विल्स स्पोर्ट नाम से लाइफस्टाइल रिटेलिंग बिजनेस में उतर गई. विल्स लाइफस्टाइल इंडिया फैशन वीक को लगभग हर कोई जानता होगा. 

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इन ब्रांड्स के जरिए सभी तक पहुंचा 
आईटीसी के हैं विभिन्न सेगमेंट के कई फेमस ब्रांड हैं. 2000 के दशक के बाद से कंपनी के कारोबार का तेजी से विस्तार हुआ और आईटी सेक्टर में ITC Infotech India Ltd के जरिए एंट्री ली, जबकि इसने एफएमसीजी में भी कारोबार का विस्तार किया. आटा का आशीर्वाद ब्रांड हो या सनफीस्ट बिस्किट, आईटीसी आज रेडी टू ईट 'किचेन्स ऑफ इंडिया', कंफेक्शनरी मिंट-ओ व कैंडीमैन, सनफीस्ट यिप्पी, गम ऑन च्वूइंगगम, आशीर्वाद स्वास्ति घी, सनबीन चॉकलेट, आशीर्वाद स्वास्ति पैकेज्ड दूध आदि जैसे ब्रांडों के साथ भारत के घर-घर में मौजूद है. मंगलदीप अगरबत्ती और माचिस भी आईटीसी के ही ब्रांड हैं. 

फैशन और पर्सनल केयर में भी बड़ा नाम
फैशन व पर्सनल केयर सेक्टर की बात करें, तो कंपनी Essenza Di Wiils, Filama, Vivel, Seperia, Engage, Nimwash जैसे प्रॉडक्ट बनाती है. भारत में आईटीसी का Armenteros सिगार ब्रांड भी खूब फेमस है. फाइनेंशियल हेल्थ की बात करें, तो ये लगातार मजबूत होते चली गई और फिलहाल, देश की सबसे मूल्यवान कंपनियों में शामिल इस फर्म का मार्केट कैपिटलाइजेशन (ITC Market Cap) 6.11 लाख करोड़ रुपये का हो गया है. कंपनी के शेयर की बात करें, तो ये 488.95 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं. 

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