रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग होकर कारोबार की शुरुआत करने वाली जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (JFSL) की लिस्टिंग सोमवार को स्टॉक एक्सचेंज पर हो गई है. पैसिव आउटफ्लो के बीच लिस्टिंग कमजोर रही और जियो फाइनेंशियल का शेयर BSE पर 265 रुपये और NSE पर 262 रुपये पर लिस्ट हुआ. पिछले महीने रिलायंस इंडस्ट्री ने अपने फाइनेंशियल सर्विसेज वाली कंपनी रिलायंस स्ट्रेटजिक इनवेस्टमेंट का डीमर्जर किया था और इसका नाम जियो फाइनेंशियल सर्विसेज कर दिया. RIL से अलग होने के बाद इसके शेयरधारकों को हर एक शेयर पर जियो फाइनेंशियल का एक शेयर अलॉट किया गया है. डीमर्जर के एक महीने के बाद स्टॉक एक्सचेंज पर जियो फाइनेंशियल की लिस्टिंग हुई है.
ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट में स्टॉक
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का स्टॉक अगले 10 ट्रेडिंग सेशन में ट्रेड-टू-ट्रेड सेगमेंट में रहेगा. इसका मतलब ये है कि इस शेयर का सिर्फ डिलीवरी बेसिस पर कारोबार होगा. यानी आप इस स्टॉक को खरीदते हैं, तो इसकी डिलीवरी लेनी पड़ेगी. आप इस शेयर को सुबह में खरीदकर शाम में बेच नहीं सकते हैं. जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के स्टॉक का सिंबल JIO FIN होगा. कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने का अनुमान है. इस तरह ये देश की सबसे बड़ी NBFC कंपनी बन जाएगी. जियो फाइनेंशियल में रिलायंस इडस्ट्रीज की हिस्सेदारी 6.1 फीसदी होगी.
RILकी कितनी हिस्सेदारी?
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने बाजार में अपनी शुरुआत में ही लोअर सर्किट को हिट कर दिया. लेकिन मार्केट के जानकारों का मानना है कि यह शेयर उचित मूल्य का दिखता है और लॉन्ग टर्म में निवेशकों को फायदा पहुंचा सकता है. लिस्टिंग के बाद ये स्टॉक बीएसई पर 5 फीसदी के लोअर सर्किट 251.75 रुपये पर पहुंच गया.विश्लेषकों ने कहा कि JFS के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज के 41.3 करोड़ ट्रेजरी शेयर हैं, जो कुल शेयर पूंजी का 6.1 प्रतिशत है.
मौजूदा मार्केट वैल्यू पर इन शेयरों का वैल्यूएशन लगभग 1 लाख करोड़ रुपये था. JFS इन शेयरों को क्रमबद्ध तरीके से बेच सकता है या उन्हें अपने पास भी रख सकता है. विश्लेषकों का कहना है कि किसी भी तरह से इसके पूंजी के आधार को बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि अन्य एनबीएफसी की तरह, जेएफएस इसका इस्तेमाल लोन व्यवसाय के लिए महत्वपूर्ण लाभ उठाने के लिए कर सकता है.
निवेशक खरीदें या बेच दें?
बिजनेस टुडे में छपी खबर के अनुसार, इक्विनॉमिक्स रिसर्च के फाउंडर जी चोकालिंगम ने कहा कि मौजूदा निवेशकों को ज्यादा चिंता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि स्टॉक उचित मूल्य पर दिखता है. उन्होंने नए निवेशकों को क्रमबद्ध तरीके से स्टॉक खरीदने की सलाह दी और महसूस किया कि स्टॉक पर 300 रुपये का टार्गेट प्राइस संभव हैं. इनक्रेड इक्विटीज ने कहा कि मार्च 2022 तक JFS की कुल संपत्ति 28,000 करोड़ रुपये थी, जिसमें RIL के ट्रेजरी शेयर के लिए भुगतान किए गए 17,000 करोड़ रुपये भी शामिल थे. इस प्रकार कोर नेटवर्थ 11,000 करोड़ रुपये है.
पिछले महीने हुआ था डीमर्जर
20 जुलाई 2023 को हुए डीमर्जर के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड रिलायंस की नई कंपनी बन गई है. पिछले महीने, रिलायंस ने अपनी वित्तीय सेवा कंपनी रिलायंस स्ट्रैटेजिक इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड को अलग कर दिया और इसका नाम बदलकर जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड कर दिया था.
RIL की इंट्रिगेटेड वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 में अंबानी ने कहा था कि जियो फाइनेंशियल सर्विसेज का लक्ष्य सरल, किफायती और नए डिजिटल-फर्स्ट समाधान प्रदान करना है. आज का भारत अभूतपूर्व गति से डिजिटल फाइनेंस को अपना रहा है. उनके मुताबिक, डिजिटल क्रांति जन धन खातों, डिजिटल पेमेंट, स्मार्टफोन के इस्तेमाल और कम लागत वाले डेटा के जरिए से देश के हर कोने में प्रवेश कर चुकी है.