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आईपीओ से 1750 करोड़ रुपये जुटाएगी कल्याण ज्वेलर्स, सेबी को सौंपे दस्तावेज

कोरोना संकट के बीच सोने में जमकर निवेश हो रहा है. सोने की कीमतों में उछाल की वजह से इससे जुड़े शेयरों ने भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है.

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कल्याण ज्वेलर्स का जल्द आएगा IPO
कल्याण ज्वेलर्स का जल्द आएगा IPO
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जल्द आएगा कल्याण ज्वेलर्स का IPO
  • कोरोना संकट के बीच सोने में शानदार उछाल
  • IPO के जरिये कंपनी 1750 करोड़ रुपये जुटाएगी

देश की जानी-मानी ज्वेलरी कंपनी कल्याण ज्वेलर्स ने आईपीओ के जरिये 1750 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है. बीएसई और एनएसई में लिस्टिंग के लिए कंपनी ने 24 अगस्त पूंजी बाजार नियामक सेबी के पास दस्तावेज जमा करा दिए. IPO के जरिये जुटाई रकम को कंपनी अपने कारोबार को विस्तार देने में लगाएगी. 

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दरअसल, केरल स्थित भारत की अग्रणी ज्वेलरी कंपनी कल्याण ज्वेलर्स ने सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हियरिंग प्रोसपेक्टस (डीआरएचपी) फाइल किया है. DRHP के मुताबिक इस IPO में 1,000 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू होगा और 750 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल के तहत होगा. यह ऑफर फॉर सेल प्रमोटर टी. एस कल्याणरमन और वारबर्ग पिनकस ( Warburg Pincus) की ओर से होगा. कल्याणरमन 250 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे जबकि वारबर्ग 500 करोड़ रुपये के शेयर बेचेंगे. 

सोने ने निवेशकों का ध्यान खींचा  
दरअसल कोरोना संकट के बीच सोने में जमकर निवेश हो रहा है. सोने की कीमतों में उछाल की वजह से इससे जुड़े शेयरों ने भी निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है. खासकर गोल्ड और ज्वेलरी कारोबार से जुड़े स्टॉक्स टाइटन, राजेश एक्सपोर्ट्स, पीसी ज्वेलर्स और वैभव ग्लोबल ने निवेशकों का ध्यान खींचा है. कल्याण ज्वेलर्स के इस IPO के लिए एक्सिस कैपिटल, सिटी, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज और एसबीआई कैपिटल को इंवेस्टेमेंट बैंकर नियुक्त किया गया है. जबकि लॉ फर्म AZB & Partners को कंपनी को सलाह दे रही है. वहीं लॉ फर्म खेतान एंड कंपनी निवेशक बैंकों के लिए सलाहकार है. जबकि वारबर्ग पिनकस को Cyril Amarchand Mangaldas से एडवाइस मिल रही है.  

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कंपनी फ्रेश इश्यू के जरिए जुटाई रकम का उपयोग वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और जनरल कॉर्पोरेट के मकसद पर उपयोग करेगी. मौजूदा समय में कल्याण ज्वेलर्स में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 76 फीसदी है, जबकि 24 फीसदी हिस्सेदारी वारबर्ग पिनकस (Warburg Pincus) के पास है. कल्याण ज्वेलर्स में वारबर्ग ने साल 2014 में 1,200 करोड़ रुपये का निवेश किया था, उसके बाद फिर साल 2017 में 500 करोड़ रुपये का निवेश किया. 

पिछले वित्त-वर्ष में शानदार मुनाफा 
वित्त-वर्ष 2019-20 में कल्याण ज्वेलर्स को 142.2 करोड़ रुपये का शानदार शुद्ध मुनाफा हुआ, जबकि वित्त-वर्ष 2018-19 में कंपनी को 4.8 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. वहीं वित्त-वर्ष (2019-20) में कंपनी का रेवेन्यू 10,101.9 करोड़ रुपये था, जबकि एक साल पहले (2018-19) में कंपनी का रेवेन्यू 9770 करोड़ रुपये था. कंपनी भारत से 78.19 फीसदी और मिडिल-ईस्ट से 21.81 फीसदी रेवेन्यू जेनरेट करती है. 

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कल्याण ज्वेलर्स के बारे में   
कल्याण ज्वेलर्स का पहला शोरूम साल 1993 में केरल में खुला था. फिलहाल कंपनी के देशभर में 137 शोरूम हैं, जबकि भारत समेत खाड़ी देशों में 750 माइकल्याण (mykalyan) स्टोर्स हैं. इसके अलावा यह कंपनी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म कैंडेरे (candere) के माध्यम से भी ज्वेलरी बेचती है.

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सेबी को जमा दस्तावेज में कहा गया कि कंपनी के 31 मार्च 2015 तक 77 शोरूम थे, जो 30 जून 2020 तक बढ़कर 137 शोरूम हो गए हैं. इसके अलावा कंपनी ने आगे और शोरूम खोलने की इच्छा जाहिर की है, क्योंकि मौजूदा बाजार के साथ-साथ नए बाजार में कंपनी को बेहतर अवसर दिख रहे हैं.

 

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