जेडीयू से राज्यसभा सांसद और दवा कंपनी एरिस्टो फार्मा (Aristo Pharma) के मालिक किंग महेंद्र (King Mahendra) के निधन से पूरे बिहार में शोक की लहर दौड़ गई है. किंग महेंद्र के नाम से प्रसिद्ध महेंद्र प्रसाद को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा हुआ है.
बिहार के बड़े-बड़े राजनेता अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए पहुंच रहे हैं. किंग महेंद्र बिहार की मिट्टी से उठकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी काबिलियत से नई पहचान बनाने वाली शख्सियत का नाम है. उन्होंने अपनी मेहनत से बिजनेस एम्पायर तो बनाया ही, साथ ही उन्होंने हजारों लोगों को रोजगार मुहैया कराया.
बिहार के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जदयू से राज्यसभा सांसद महेंद्र प्रसाद का निधन उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के लिए बड़ा आघात है.
शून्य से टॉप पर पहुंचे किंग महेंद्र
जेडीयू के राज्यसभा सांसद रहे किंग महेंद्र लोकतंत्र के उच्च सदन में बैठने वाले देश के सबसे अमीर सांसदों में गिने जाते रहे हैं. किंग महेंद्र देश की टॉप 20 फार्मा कंपनियों में शामिल एरिस्टो फार्मास्युटिकल्स के संस्थापक और उसके चेयरमैन रहे. उनका फार्मा से जुड़ा कारोबार भारत ही नहीं बल्कि कई देशों में अपना पांव पसारे हुए है.
उन्होंने फार्मा कंपनी का विस्तार वियतनाम, श्रीलंका के साथ म्यांमार और अफ्रीका व यूरोप में भी किया है. किंग महेंद्र एक और बड़ी दवा कंपनी मैप्रा लेबोरेट्री के मालिक रहे हैं. साथ ही वह और भी कई फार्मा कंपनियां संचालित करते थे.
शपथ पत्र में अपनी संपत्ति का जिक्र
किंग महेंद्र ने राज्यसभा चुनाव के वक्त दाखिल किए अपने पर्चे में संपत्ति का जिक्र किया था. उन्होंने शपथ पत्र में लिखा था कि उनके पास कुल 4000 करोड़ रुपये की संपत्ति है. जिसमें चल और अचल संपत्ति शामिल है. उन्होंने शपथ पत्र में नकदी के रूप में मात्र दो लाख रुपये का जिक्र किया था. साथ ही दिल्ली के बैंकों में अपनी कुल संपत्ति 1300 करोड़ रुपये के करीब बताई थी. वहीं मुंबई के बैंकों में 900 करोड़ रुपये जमा होने की बात भी शपथपत्र में है.
हथियारों के शौकीन रहे हैं किंग महेंद्र
किंग महेंद्र हथियारों के बड़े शौकीनों में से रहे हैं. वह अपने पास एक से बढ़कर एक एंटिक हथियार रखे हुए थे. वह अपने पास अत्याधुनिक रिवॉल्वर के साथ राइफल और कई किस्म की बंदूकें रखते थे. उन्हें हथियारों का शौक था और वह लगातार हथियार खरीदते थे. जानकारी के मुताबिक किंग महेंद्र अपनी बैठक में भी एंटिक हथियार रखते थे, जिनमें कई तरह बंदूकें और राइफल शामिल हैं.