देश में डिजिटलीकरण के साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) तेजी से बढ़ रही है. कोरोना काल में इसमें बड़ा इजाफा देखने को मिला. भले ही कपड़े खिलौने या फिर दवाइयों समेत कई सामान लोगों को लेकिन इसके बावजूद लोगों को Online मंगाना पसंद हो, लेकिन किराना (Grocery) खरीदने के लिए भारतीय अभी भी दुकानों को ज्यादा तरजीह देते हैं. हालिया सर्वे के मुताबिक, देश में करीब 86 फीसदी लोग किराना स्टोर (Kirana Store) से ऐसे सामान खरीदते हैं.
ऑनलाइन Grocery खरीदारी को 'No'
देश में ई-कॉमर्स सेक्टर का दायरा तेजी से बढ़ रहा है. आज इलेक्ट्रिक सामान हो, आटा-दाल-चावल हो या कहें सुई से लेकर प्लेन तक सबकुछ ऑनलाइन खरीदने की सुविधा है. भारत में भी ई-कॉमर्स का कारोबार बेहद बड़ा हो चुका है, लेकिन फिर भी भारतीय Grocery के लिए किराना दुकानों पर जाकर खरीदारी करना ज्यादा पसंद करते हैं. ऐसे खरीदारों का प्रतिशत देश में 86 फीसदी है, जबकि महज 2 फीसदी लोग ही ऐसे हैं जो ऑनलाइन ऐप्स के जरिए किराना खरीदते हैं.
सर्वे में ये आंकड़े आए सामने
ये चौंकाने वाला खुलासा हाल ही में कराए गए Axis My India के नवंबर CSI Survey में हुआ है. बिजनेस टुडे पर छपे इस सर्वेक्षण के नतीजों को देखें तो ऑनलाइन ऐप के माध्यम से खरीदारी करने वालों में सबसे ज्यादा 17 फीसदी ग्राहक एमेजॉन के जरिए खरीदारी करते है, जबकि फ्लिपकार्ट पर 15 फीसदी खरीदार Grocery ऑर्डर करते हैं. वहीं मुकेश अंबानी के रिलायंस ग्रुप के जियो मार्ट ऐप पर 8 फीसदी लोग किराना खरीदते हैं.
10,207 लोगों की राय शामिल
Axis My India सर्वे में 10,207 उत्तरदाताओं की राय को शामिल किया गया है. सर्वे में शामिल हुए 70 फीसदी ग्रामीण भारत से थे, जबित 30 फीसदी उत्तरदाता शहरी क्षेत्रों से शामिल हुए थे. इनमें 56 फीसदी पुरुष और 44 फीसदी महिला उत्तरदाताएं थीं. इन लोगों की राय के आधार पर रिपोर्ट तैयार कर ये आंकड़े जारी किए गए हैं. सर्वे के नतीजों को लेकर एक्सिस माई इंडिया के चेयरमैन और एमडी प्रदीप गुप्ता का कहना है कि भारत की स्थिर आर्थिक वृद्धि और कीमतों में गिरावट के संकेतों से उपभोक्ता विश्वास में सुधार हुआ है.
खरीदारों की मांग पूरी कर रही दुकानें
एमडी प्रदीप गुप्ता के मुताबिक, ई-कॉमर्स का कारोबार बढ़ने के साथ ही तमाम ऑनलाइन ऐप्स उपभोक्ताओं के दिमाग में जगह बना रहे हैं, लेकिन जहां तक किराने के सामान की बात है , तो स्थानीय किराना स्टोर्स का दबदबा बरकरार है और वे खरीदारों की मांग को पूरा करना जारी रखे हुए हैं. इस सर्वे में सामने आया है कि लोगों के कुल घरेलू खर्च में 59 फीसदी की वृद्धि हुई है. इस बीच व्यक्तिगत देखभाल और घरेलू सामान की खपत में 46फीसदी की वृद्धि हुई है. एसी, कार और रेफ्रिजरेटर जैसे विवेकाधीन उत्पादों की खपत भी 11 फीसदी बढ़ी है.