शॉपिंग का नाम आते ही आज भी बिग बाजार (Big Bazar) का नाम जुबां पर आ जाता है. हालांकि, भले ही भारी कर्ज में डूबी इसकी पैरेंट कंपनी फ्यूचर रिटेल (Future Retail) अब बिकने की कगार पर है, लेकिन किशोर बियानी (Kishor Biyani) के नेतृत्व वाली ये रिटेल चेन कभी इस सेक्टर में सबसे आगे थी. बिग बाजार में जहां आपकी जरूरत का सारा सामान एक जगह मिल जाता था, तो वहीं इन स्टोर्स में भीड़ भी जमकर होती थी, जिसे अच्छी तरह से संभाला भी जाता था.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इतनी भीड़ को मैनेज आखिर कैसे किया जाता था? तो बता दें इसका सॉल्यूशन आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple) से जुड़ा हुआ है, जिसके बारे में खुद किशोर बियानी ने खुलासा किया है.
तिरुपति से मिला भीड़ मैनेज करने का तरीका
एक पॉडकास्ट में किशोर बियानी (Kishor Biyani Podecast) ने बताया कि आखिर कैसे बिग बाजार में उमड़ने वाली भीड़ को नियंत्रित किया जाता था? उन्होंने कहा कि वह आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में यह समझने के लिए गए थे कि भीड़ को कैसे मैनेज किया जाए. उन्होंने कहा, 'जब हमें बिग बाजार स्टोर्स में भारी भीड़ मिलती थी, तो हम तिरुपति मंदिर जाते थे ताकि यह समझ सकें कि भीड़ को कैसे प्रबंधित किया जा सकता है.' वहां से मैनेजमेंट का तरीका सीखकर उसे बिग बाजार स्टोर्स (Big Bazar Stors) में लागू किया जाता था और भीड़ मैनेज हो जाती थी.
बियानी बोले- 'जीवन बहुत जटिल नहीं'
फ्यूचर ग्रुप के किशोर बियानी ने इस राज से पर्दा जेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामथ से उनकी पॉडकास्ट सीरीज के नए एपिसोड में बात करते हुए उठाया. बुधवार सुबह रिलीज हुए ट्रेलर में कामथ ने किशोर बियानी को 'OG ऑफ कॉमर्स' और 'इंडियन रिटेल का Godfather' करार दिया. बिग बाजार में भीड़ को मैनेज करने के तरीके का खुलासा करने के साथ ही इस पॉडकास्ट में बात करने के दौरान बियानी ने यह भी कहा कि जीवन बहुत जटिल नहीं है और लाभप्रदता पहले आती है.
125 शहरों में 250 Big Bazar
फ्यूचर रिटेल के तहत बिग बाजार (Big Bazar) स्टोर्स की शुरुआत साल 2001 में की गई थी. यह रिटेल स्टोर्स की एक चेन थी, जो अत्यधिक रियायती कीमतों पर उत्पादों की पेशकश के लिए पहचानी जाती थी. इसके बिजनेस मॉडल की बात करें तो यहां सामान पहुंच का स्त्रोत सीधे निर्माता थे और इसके चलते ग्राहकों को अच्छा खासा लाभ मिल जाता था. बेहद कम समय में प्यूचर रिटेल कंपनी की इस चेन का दायरा बढ़ता गया और भारत के 125 शहरों में 250 बिग बाजर स्टोर तक पहुंच गया.
बिग बाजार बंद होने के बड़े कारण
बिग बाजार की सफलता के जरिए किशोर बियानी ने जबरदस्त सफलता का स्वाद चखा. लेकिन, देश के भीतर बढ़ती ई-कॉमर्स की पैठ, बढ़ते कर्ज और नकदी संकट समेत अन्य कारण बिग बाजार के लिए हानिकारक साबित हुए. कोरोना महामारी ने इस समस्या को और भी बढ़ा दिया, जिसके चलते कंपनी भारी कर्ज में डूब कर दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गई.
इसके बाद बियानी ने अपना कारोबार मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुवाई वाली रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) को 24,713 करोड़ रुपये में बेचने का सौदा कर दिया, लेकिन Amazon ने बिक्री को चुनौती दी और सौदा नहीं हो सका. अब एक बार फिर इसकी बिक्री की प्रक्रिया में तेजी आई है.