भारत की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी लाइफ कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी LIC के एक निवेश ने इसे भारी भरकम मुनाफा कमाने का मौका दिया है. LIC को ये मुनाफा हिंडनबर्ग के हमले के बावजूद अडानी ग्रुप पर अपना भरोसा बरकरार रखने के इनाम के तौर पर मिला है.
दरअसल, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद अडानी के शेयरों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई थी. उस वक्त देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी LIC भी चर्चा का विषय बन गई थी क्योंकि LIC का अडानी ग्रुप की अलग-अलग कंपनियों के शेयरों में अच्छा खासा निवेश था. जैसे ही अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयर हिंडनबर्ग के हमले के बाद लुढ़कने लगे तो LIC को भी अपने इस निवेश पर भारी नुकसान उठाना पड़ा था. लेकिन अब बाजी एकदम पलट गई है क्योंकि हिंडनबर्ग का बम फुस्स हो चुका है और अडानी ग्रुप के शेयर फिर से तेजी पकड़ रहे हैं.
अब जब अडानी ग्रुप के शेयर रफ्तर पकड़ेंगे तो इनमें किए गए निवेश की वैल्यू में भी जबरदस्त इजाफा होना तय है. इस बढ़ोतरी का फायदा सभी निवेशकों को मिलना तय है लेकिन सबसे ज्यादा फायदे में वही निवेशक रहेंगे जिन्होंने इस ग्रुप की कंपनियों में सबसे ज्यादा इंवेस्ट किया है. यही वजह है कि बीते एक साल में अडानी ग्रुप के शेयरों की वजह से LIC की कमाई में बंपर इजाफा हुआ है.
LIC को अडानी ग्रुप से मिला 59% प्रॉफिट
अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से अडानी समूह के शेयरों के लुढ़कने के बाद इनमें जोरदार तेजी लौट आई है. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, अडानी ग्रुप की सात कंपनियों में LIC का कुल निवेश 31 मार्च, 2023 को 38,471 करोड़ रुपये था, जो 31 मार्च, 2024 को बढ़कर 61,210 करोड़ रुपये हो गया. इसमें 22,378 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. पब्लिक सेक्टर की इंश्योरेंस कंपनी LIC ने 2023-24 में अदाणी ग्रुप की कंपनियों में किए गए अपने निवेश की वैल्यू में 59 प्रतिशत का प्रॉफिट दर्ज किया है. पिछले साल, हिंडनबर्ग रिपोर्ट में अडानी ग्रुप के शेयरों में हेरा-फेरी के आरोपों के बाद बीमा कंपनी को भी समूह में निवेश करने के अपने फैसले पर सवालों का सामना करना पड़ा था. हालांकि, अडानी ग्रुप ने रिपोर्ट को पूरी तरह गलत बताया था.
दिग्गज कंपनियों ने किया अडानी ग्रुप में निवेश
अब अगर एक-एक कंपनी के हिसाब से समझें तो अडानी एंटरप्राइज लिमिटेड में LIC का निवेश 31 मार्च 2023 को 8,495 करोड़ रुपये से बढ़कर एक साल बाद 14,305 करोड़ रुपये हो गया. इस दौरान अडानी पोर्ट्स एंड SEZ में निवेश 12,450 करोड़ रुपये से बढ़कर 22,776 करोड़ रुपये हो गया. इसी तरह अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड में LIC का निवेश एक साल में दोगुना होकर 3,937.करोड़ रुपये पर पहुंच गया. राजनीतिक दबाव का सामना करते हुए, LIC ने रणनीतिक रूप से समूह की दो प्रमुख कंपनियों अडानी पोर्ट्स एंड SEZ और अडानी एंटरप्राइजेज में अपना निवेश कम कर दिया था.
इन दो कंपनियों के शेयरों में 83 प्रतिशत और 68.4 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली है. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, निवेश घटाने के बावजूद LIC को 2023-24 में अडानी ग्रुप में किए गए निवेश पर 59 प्रतिशत फायदा हुआ है. इस दौरान अडानी ग्रुप की कंपनियों में कई विदेशी निवेशकों मसलन कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी, अबू धाबी स्थित IHC, फ्रांसीसी दिग्गज टोटल एनर्जी और अमेरिका स्थित GQG इन्वेस्टमेंट ने लगभग 45,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है.