भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को कोटक महिंद्रा बैंक में हिस्सेदारी बढ़ाकर 9.9 फीसदी करने की रिजर्व बैंक (RBI) से इजाजत मिल गई है. इससे ऐसा लगता है कि आईपीओ से पहले एलआईसी बैंकिंग सेक्टर में बड़े निवेश की तैयारी कर रही है.
अभी एलआईसी की कोटक महिंद्रा बैंक में हिस्सेदारी 5 फीसदी से कम है. गौरतलब है कि मौजूदा नियमों के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति या संस्था किसी बैंक में 5 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी लेना चाहता है तो उसे इसके लिए रिजर्व बैंक से पूर्व इजाजत लेनी पड़ती है.
बैंक ने दी जानकारी
कोटक महिंद्रा बैंक ने स्टॉक एक्सचेंजों को सोमवार को बताया है कि एलआईसी को बैंक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाकर 9.99% करने के लिए रिजर्व बैंक से इजाजत मिल गई है. 30 सितंबर, 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक एलआईसी की कोटक महिंद्रा बैंक में 4.96% हिस्सेदारी है.
आने वाला है आईपीओ
भारत के वित्त सचिव टीवी सोमनाथन की मानें तो LIC में सरकार की हिस्सेदारी बेचने का काम मार्च-जून 2022 के बीच हो जाएगी. इसका मतलब है कि जून 2022 तक LIC की लिस्टिंग का काम पूरा हो जाएगा.
शेयर बाजार में खूब पैसे लगाती है एलआईसी
गौरतलब है कि सार्वजनिक बीमा कंपनी एलआईसी भारतीय शेयर बाजार की सबसे बड़ी घरेलू निवेशक है. वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान एलआईसी ने कुल 94,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं. इस तरह 31 मार्च 2021 तक एलआईसी का भारतीय शेयर बाजार में कुल निवेश 8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
बिजनेस अखबार मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार एलआईसी ने इस वित्त वर्ष यानी 2021-22 की पहली तिमाही में करीब 20,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. शेयरों की इस खरीद-फरोख्त से एलआईसी को करीब 10 हजार करोड़ रुपये का फायदा हुआ.