केंद्र सरकार LIC IPO के डेट को लेकर इस सप्ताह के आखिर तक फैसला ले सकती है. बिजनेस टुडे टीवी ने एक सरकारी अधिकारी के हवाले से यह जानकारी दी है. अधिकारी ने कहा, "इस सप्ताह के आखिर तक हमारे पास इस बात को लेकर स्पष्टता आ जाएगी कि हम निर्धारित समयसीमा के भीतर LIC IPO की प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ेंगे या नहीं."
अधिकारी ने दी ये जानकारी
अधिकारी ने कहा, "हम इसे करने के लिए बाध्य नहीं है और ना ही इसके लिए किसी ने रोका है. हम निश्चित रूप से मजबूती और मोमेंटम देखते हैं. हालांकि, हम इस सप्ताह के आखिर तक की बैठकों के बाद ही कुछ अंतिम फैसला कर पाएंगे."
सरकार इस इश्यू की संभावनाओं को लेकर पूरी तरह आश्वस्त है. दूसरी ओर, यह मार्केट की परिस्थितियों और इंवेस्टर्स के सेंटिमेंट को लेकर चिंतित है.
इस हफ्ते टूटा बाजार
बढ़ती महंगाई और ब्याज दर में बढ़ोतरी की संभावनाओं के बीच इस सप्ताह के पहले दो सत्र में भारतीय स्टॉक मार्केट में टूट देखने को मिली. दूसरी ओर, तिमाही नतीजों के सीजन की शुरुआत भी काफी फीकी रही है. इससे प्रमुख शेयरों में भारी बिकवाली का रुख देखने को मिला.
सरकार ने कई बड़े फंड को दिया न्योता
सरकार LIC के IPO को सफल बनाने के प्रयासों में लगी है. बकौल रिपोर्ट्स, सरकार एंकर इंवेस्टर के तौर पर हिस्सा लेने के लिए कई एंकर इंवेस्टर को न्योता दे चुकी है. सरकार ने इसके लिए अबू धाबी इंवेस्टमेंट अथॉरिटी (Abu Dhabi Investment Authority), सिंगापुर की GIC, कनाडा के तीन पेंशन फंड और कतर इंवेस्टमेंट अथॉरिटी के साथ कई सॉवरेन फंड/ पेंशन फंड से कॉन्टैक्ट किया है.
एंकर इंवेस्टर्स का हो चुका है चयन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने LIC के IPO के लिए 50-60 एंकर इंवेस्टर्स को चुना है. इनमें ब्लैकरॉक, सैंड्स कैपिटल, फिडेलिटी इंवेस्टमेंट्स जैसे फंड शामिल हैं.