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मोदी सरकार नहीं रहना चाहती है लक्ष्य से पीछे, LIC IPO को लेकर निर्मला सीतारमण ने तय किया वक्त!

LIC IPO: मोदी सरकार अपने चालू वित्त वर्ष के विनिवेश लक्ष्य से पीछे नहीं रहना चाहती. इसलिए एलआईसी का आईपीओ जल्द से जल्द लाने के लिए सरकारी महकमों में हलचल बढ़ गई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में पूरी प्रक्रिया की समीक्षा की है.

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जल्द आ सकता है LIC IPO
जल्द आ सकता है LIC IPO
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वित्त मंत्री ने दीपम सचिव के साथ बैठक
  • 1.75 लाख करोड़ विनिवेश का लक्ष्य

LIC IPO: मोदी सरकार अपने चालू वित्त वर्ष के विनिवेश लक्ष्य से पीछे नहीं रहना चाहती. इसलिए एलआईसी का आईपीओ जल्द से जल्द लाने के लिए सरकारी महकमों में हलचल बढ़ गई है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में पूरी प्रक्रिया की समीक्षा की है.

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वित्त मंत्री की दीपम सचिव के साथ बैठक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शुक्रवार को निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांत पांडे की मौजूदगी में LIC IPO को तय समय पर लाने से जुड़ी प्रक्रिया की समीक्षा की. यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि सरकार ने चालू वित्त वर्ष के अंत तक 1.75 लाख करोड़ रुपये विनिवेश का लक्ष्य रखा है. पीटीआई की खबर के मुताबिक अभी तक सरकार इसमें से 9,330 करोड़ रुपये का लक्ष्य ही हासिल कर सकी है.

बजट से पहले आएगा LIC IPO
सरकार ने मार्च 2022 में वित्त वर्ष की समाप्ति से पहले ये  LIC IPO लाने का लक्ष्य रखा है. वहीं 1 फरवरी 2022 को बजट पेश होना है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है ये आईपीओ बजट से पहले आ सकता है. वित्त मंत्री की समीक्षा बैठक भी इसी ओर इशारा करती है. वहीं टीओआई की एक खबर के मुताबिक सरकार जनवरी के तीसरे हफ्ते में सेबी (SEBI) के पास इसके ड्राफ्ट पेपर्स जमा कर सकती है.

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होगा देश का सबसे बड़ा IPO
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का आईपीओ देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. इस आईपीओ से सरकार के 1 लाख करोड़ रुपये जुटाने की संभावना है. वहीं इसके बाद एलआईसी एक लिस्टेड कंपनी होगी, जो देश की सबसे ज्यादा मार्केट कैपिटलाइजेशन (MCap) वाली कंपनियों में से एक होगी. इसकी अनुमानित वैल्यू 8 से 10 लाख करोड़ रुपये रह सकती है.

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