भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी LIC ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में मुनाफा हासिल किया है. अप्रैल-जून की तिमाही में LIC को 682.9 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ है. वहीं, पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में LIC का मुनाफा सिर्फ 2.6 करोड़ रुपये रहा था. LIC को यह मुनाफा वार्षिक आधार पर हुआ. लेकिन तिमाही के आधार पर बीमा कंपनी के मुनाफे में गिरावट आई है. क्योंकि मार्च की तिमाही में LIC का नेट प्रॉफिट 2,371.5 करोड़ रुपये रहा था. तिमाही के आए नतीजों के बाद LIC की ओर से कहा गया कि आने वाली तिमाहियों में कंपनी के मुनाफे में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा.
प्रीमियम आय में बढ़ोतरी
जून तिमाही में बीमा कंपनी LIC की कुल इनकम 1,68,881 करोड़ रुपये रही. यह पछले वित्त वर्ष के पहले क्वार्टर में 1,54,153 करोड़ रुपये रही थी. तिमाही आधार पर LIC के नेट फ्रॉफिट पर नजर डालें, तो मार्च में इसका नेट प्रॉफिट 2,371 करोड़ रुपये रहा था. LIC के नेट प्रीमियम आय में भी बढ़ोतरी हुई है. इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही में यह 98,805.25 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की समान अवधि में 82,375.61 करोड़ रुपये थी.
पहली तिमाही के दौरान LIC ने 36,81,764 करोड़ रुपये की पॉलिसी की बिक्री की है. सालाना आधार पर इसमें लगभग 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. टोटल न्यू बिजनेस प्रीमियम आय 36 फीसदी बढ़कर 10,938 करोड़ रुपये हो गई है. LIC के अनुसार, मार्च की तिमाही के तुलना में कंपनी का प्रदर्शन में सभी सेगमेंट में गिरावट आई है.
कोविड के बाद सुधर रही स्थिति
प्रबंधन के तहत एलआईसी की संपत्ति 30 जून तक बढ़कर 41.02 लाख करोड़ रुपये हो गई, जो वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में 38.13 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 7.57 फीसदी बढ़ी है. एलआईसी के अध्यक्ष एमआर कुमार ने कहा- 'कोविड के बाद हालात में सामान्य होने से उनके एजेंट अब ग्राहकों तक पहुंचने लगे हैं. इसका फायदा कंपनी के नेट प्रॉफिट में देखने को मिल रहा है'. जून की तिमाही के दौरान LIC का ग्रॉस वैल्यू ऑफ न्यू बिजनेस (VNB) बढ़कर 1861 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वीएनबी मार्जिन 13.6 फीसदी रहा.
शेयर में गिरावट
इस बीच शुक्रवार को LIC के शेयर में गिरावट दर्ज की गई और ये नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 0.04 फीसदी गिरकर 682.35 पैसे पर बंद हुए. पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर में पांच फीसदी से अधिक की गिरावट आई है.