भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (कार्यकारी निदेशक) एम राजेश्वर राव को अब आरबीआई का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया है. नियुक्ति समिति ने बुधवार को राजेश्वर राव को डिप्पी गवर्नर बनाए जाने का अनुमोदन कर दिया. ये पद पिछले करीब 6 महीने से खाली था.
नव-नियुक्त डिप्टी गवर्नर राजेश्वर राव आरबीआई के चौथे डिप्टी गवर्नर के तौर पर एनएस विश्वनाथन की जगह लेंगे. राजेश्वर राव पहली बार साल 1984 में रिजर्व बैंक से जुड़े थे, तब से वह विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. राव 7 नवंबर 2016 को आरबीआई एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर बनाए गए थे.
साल 2016 में एम राजेश्वर राव ने रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला था. वर्तमान में वह आरबीआई में आंतरिक ऋण प्रबंधन, वित्तीय बाजारों के संचालन, अंतरराष्ट्रीय और सचिव विभागों के प्रभारी हैं. एम राजेश्वर राव अर्थशास्त्र में स्नातक और कोचीन विश्वविद्यालय से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में परास्नातक हैं.
मौद्रिक नीति समिति में 3 नए सदस्य
गौरतलब है कि इसी हफ्ते केंद्र सरकार ने मौद्रिक नीति समिति में तीन सदस्यों की नियुक्ति कर दी है. तीन जाने माने अर्थशास्त्रियों अशिमा गोयल, जयंत आर वर्मा और शशांक भिडे को नियुक्त किया गया है. इन सदस्यों की नियुक्ति चेतन घाटे, पामी दुआ, रविन्द्र ढोलकिया के स्थान पर की गई.
वहीं इन तीनों की नियुक्ति के बाद आरबीआई मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बैठक 7 अक्टूबर को शुरू हो गई है, तीन दिन तक चलने वाली इस बैठक के नतीजे 9 अक्टूबर को आने वाले हैं. इससे पहले 28 सितंबर से रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक होने वाली थी, लेकिन आखिरी समय में इसे आगे के लिए टाल दिया गया था.