किसी भी बड़े बिजनेसमैन बनने से पीछे एक संघर्ष भरी कहानी होती है. कोई भी आसानी से बड़ा बिजनेसमैन नहीं बन सकता है. हम आज एक ऐसे ही बिजनेसमैन की कहानी बताने जा रहे हैं, जो 17 बार असफल रहा, लेकिन कभी हार नहीं मानी. आज इस बिजनेसमैन का एक बड़ा नाम है. ये दिग्गज ShareChat के फाउंडर अंकुश सचदेवा हैं. आइए जानते हैं इनके सक्सेस की पूरी कहानी.
अंकुश सचदेवा (Ankush Sachdeva) ने अपने धैर्य और दृढ़ता के बल पर 17 बार असफल होने के बाद भी शेयरचैट जैसे बड़े प्लेटफॉर्म की स्थापना कर डाली. आज के समय में ShareChat सोशल मीडिया का एक बड़ा प्लेटफ़ॉर्म बन चुका है. यह भारत के छोटे शहरों के यूजर्स को जोड़ने में मदद करता है. वहीं टिकटॉक बंद होने के बाद उन्होंने Moj ऐप लॉन्च किया था.
सचदेवा ने अपने दोस्तों फरीद अहसान और भानु सिंह के साथ मिलकर 2015 में शेयरचैट की स्थापना की थी. इस ऐप के पीछे की सोच उन लोगों को एक मंच देना था, जो भाषा की समस्या के कारण फेसबुक जैसे बड़े प्लेटफॉर्म से सहज नहीं हैं. अब तक यह प्लेटफॉर्म हिंदी, मलयालम, गुजराती, मराठी, पंजाबी, तेलुगु, तमिल, बंगाली, उड़िया, कन्नड़, असमिया, हरियाणवी, राजस्थानी, भोजपुरी और अंग्रेजी समेत 15 भाषाओं में उपलब्ध है.
हासिल किया बड़ा मुकाम
हुरुन इंडिया अंडर 35 साल के कारोबारियों की लिस्ट जारी की गई थी, जिसमें अंकुश सबसे ऊपर हैं. हुरुन इंडिया ने 35 साल तक के भारतीय उद्यमियों की लिस्ट जारी की है, जो अपने-अपने क्षेत्र में असाधरण काम कर रहे हैं. इसमें अंकुश सचदेवा को टॉप पर रखा गया है. अंकुश ने आईआईटी (IIT) से ग्रेजुएशन करने के बाद माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनी में नौकरी की थी.
कैसे शुरू हुआ कारोबारी सफर?
अंकुश का मन नौकरी में नहीं लगता था, जिस कारण उन्होंने 17 बार नए नए स्टार्टअप्स के साथ करियर शुरू करने की कोशिश की, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. हालांकि उन्होंने हार नहीं मानी और फिर 18वीं बार में उन्होंने वह काम कर दिखाया, जिसके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था. अपने दो दोस्तों भानु प्रताप सिंह और उरीद अहसान के साथ मिलकर शेयरचैट की शुरुआत की. इस बार आइडिया हिट हो गया और देखते ही देखते उनकी कंपनी अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के तमाम देशों में फैल गई. करोड़ों यूजर्स उनके प्लेटफॉर्म पर पहुंचने लगे. गूगल प्लेट स्टोर पर इसके 500 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड हैं.
खड़ी कर दी इतने करोड़ की कंपनी
हुरुन इंडिया की लिस्ट से पहले साल 2018 में अंकुश सचदेवा ने फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया की लिस्ट में अपनी जगह बनाई. आज उनकी कंपनी 50,0000 करोड़ की हो चुकी है. वे Hurun India Under 35 List में ईशा अंबानी और आकाश अंबानी को पीछे छोड़कर नंबर वन पर हैं.
2500 कर्मचारी करते हैं काम
अप्रैल 2021 में लाइटस्पीड वेंचर्स और टाइगर ग्लोबल के लीडरशिप में $502 मिलियन का फंड जुटाने के बाद शेयरचैट की पैरेंट कंपनी मोहल्ला टेक ने $2.1 बिलियन के वैल्यूवेशन के साथ यूनिकॉर्न का दर्जा हसिल किया था. जून 2022 तक शेयरचैट का वैल्यूवेशन 5 अरब डॉलर था. मौजूदा समय में शेयरचैट के लगभग 2500 कर्मचारी हैं.