scorecardresearch
 

मुकेश अंबानी लगाने वाले हैं बड़ा दांव, इस विदेशी कंपनी के भारतीय कारोबार को खरीदने की तैयारी

मेट्रो कैश एंड कैरी के भारतीय प्रबंधन ने Metro AG को सुझाव दिया है कि रिलायंस भारत में मेट्रो के अधिग्रहण और संचालन के लिए बेहतर स्थिति में है. मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के अधिग्रहण के लिए बिडिंग इस साल के शुरुआत में शुरू हुई थी. फिलहाल दोनों कंपनियों के बीच वैल्यूएशन पर बातचीत चल रही है.

Advertisement
X
रिलायंस कर सकती है इस कंपनी का अधिग्रहण.
रिलायंस कर सकती है इस कंपनी का अधिग्रहण.

रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की एक बड़ी डील करने की तरफ बढ़ रहे हैं. साल की शुरुआत में देश के दूसरे सबसे बड़े मॉर्डन ट्रेड रिटेल चेन बिग बाजार (Big Bazaar) के सैकड़ों स्टोरों को अपने नाम करने के बाद, अंबानी की झोली में एक और कंपनी आ सकती है. जर्मन व्होलसेल कंपनी Metro AG को भारत में ऑपरेट करने के लिए रिलायंस टॉप बिडर के रूप में उभरी है. रिलायंस Metro AG के भारतीय कारोबार कैश एंड कैरी का अधिग्रहण कर सकती है.

Advertisement

मैनेजमेंट की पसंद रिलायंस

इस मामले से जुड़े सूत्रों ने आज तक की सहयोगी वेबसाइट 'बिजनेस टुडे' को बताया कि मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के प्रमुख रिलायंस के समर्थन में हैं. कंपनी के भातीय प्रबंधन को लगता है कि रिलायंस रिटेल मार्केट में अपने दबदबे और भारतीय पॉलिसी स्ट्रक्चर को लेकर अपनी समझ के कारण भारत में Metro AG के संचालन के लिए सबसे उपयुक्त है.

2003 में हुई थी भारत में एंट्री

सूत्रों के अनुसार, मेट्रो कैश एंड कैरी के भारतीय प्रबंधन ने Metro AG को सुझाव दिया है कि रिलायंस भारत में मेट्रो के अधिग्रहण और संचालन के लिए बेहतर स्थिति में है. मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के अधिग्रहण के लिए बिडिंग इस साल के शुरुआत में शुरू हुई थी. साल 2003 में मेट्रो की भारतीय बाजार में एंट्री हुई थी. फिलहाल यह कंपनी देशभर में 31 थोक वितरण सेंटर ऑपरेट करती है.

Advertisement

अगर इसके कस्टमर्स की बात करें, तो इसमें होटल, रेस्तरां के साथ-साथ अलग-अलग तरह के कॉर्पोरेट और रिटेल विक्रेता शामिल हैं. कंपनी रजिस्ट्रार के पास उपलब्ध डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में भले कंपनी का कारोबार बढ़कर 6,915.30 करोड़ रुपये हो गया था

रिलायंस ऐसे समय में मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के अधिग्रहण की तरफ बढ़ रहा है, जब वो अपने जियो मार्ट को विस्तार देने पर काम कर रहा है. कंपनी अपने सप्लाई चेन को मजबूत करने की कोशिश में जुटी है. 

अगले महीने पूरा हो सकता है अधिग्रहण

मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया के अधिग्रहण पर अगले महीने फैसला हो सकता है. खबरों की मानें तो इस डील की वैल्यू एक अरब डॉलर से 1.2 अरब डॉलर के बीच हो सकती है. फिलहाल दोनों कंपनियों के बीच वैल्यूएशन पर बातचीत चल रही है. हालांकि, रिलायंस की ओर से अभी तक इस डील को लेकर कोई भी बयान नहीं आया है.

Advertisement
Advertisement