भाजपा ने मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम का ऐलान कर दिया है. सीएम के लिए नाम की घोषणा ने सभी को चौंका दिया. मोहन यादव शिवराज सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री थे और अब ये पूरे प्रदेश की बागड़ौर संभालेंगे. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं. एमपी के नए मुख्यमंत्री के तौर पर इनके नाम का ऐलान होने से पहले कल तक इन्हें भी यह बात पता भी नहीं थी कि वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बन जाएंगे.
एक दिन पहले की ही बात है जब मोहन यादव ने विष्णुदेव साय भाजपा विधायक दल की बैठक में छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री मनोनीत होने पर बधाई दी थी. उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा था ''विष्णुदेव साय जी को भाजपा विधायक दल की बैठक में छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री मनोनीत किए जाने पर हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल कार्यकाल की अनंत शुभकामनाएं. हमें विश्वास है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के यशस्वी मार्गदर्शन और आपके नेतृत्व में निश्चित ही छत्तीसगढ विकास के नए आयाम स्थापित करेगा और आदिवासी समाज का उत्थान सुनिश्चित होगा.''
डॉक्टर मोहन यादव के साथ बना गजब संयोग!
ये संयोग की ही बात है कि कल तक ये छत्तीसगढ़ के सीएम बनने पर विष्णुदेव साय को बधाई दे रहे थे और इन्हें खुद नहीं पता होगा कि ये भी मुख्यमंत्री बन जाएंगे. खबरों में भी इनके मुख्यमंत्री बनने की कोई चर्चा नहीं थी. हालांकि अब ये मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर कार्यभार संभालेंगे.
कितना पढ़े लिखे हैं मोहन यादव
उज्जैन दक्षिण से भाजपा विधायक डॉक्टर मोहन यादव बीएससी, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल कर चुके हैं. ये शिवराज सिंह की सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं. इनकी संपत्ति की बात करें तो इनके पास करोड़ों की इनकम है और कर्ज भी करोड़ों रुपये है. विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे में बताया है कि इनके पास कुल 42 करोड़ रुपये की संपत्ति है और करीब 9 करोड़ रुपये का कर्ज है.
इन्हें हराकर बने विधायक!
विधानसभा चुनाव 2023 में 58 साल के डॉक्टर मोहन यादव ने उज्जैन दक्षिण सीट से भाजपा की ओर से चुनाव लड़ते हुए 95,699 वोट हासिल करते हुए अपने प्रतिद्वंदी कांग्रे से चेतन प्रेमनारायण यादव को 12,941 वोटों से हराया था.