महाकुंभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) मंगलवार को अपने फैमिली के साथ पहुंचे. मुकेश के साथ उनकी मां कोकिलाबेन अंबानी भी साथ में थीं. महाकुंभ में पहुंचकर अंबानी फैमिली ने प्रयागराज के संगम में डुबकी लगाई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंबानी फैमिली के 11 सदस्य महाकुंभ में श्रद्धा की डुबकी लगाने पहुंचे हुए थे.
मुकेश के बड़े बेटे-बहू (आकाश और श्लोका) के साथ ही छोटे बेटे अनंत और बहू राधिका भी थे. इसके अलावा, मुकेश अंबानी और उनकी मां कोकिलाबेन अंबानी भी दिखाई दिए. महाकुंभ में माघी पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर रिलायंस इंडस्ट्रीज चेयरपर्सन मुकेश अंबानी हेलिकॉप्टर से पहुंचे थे. इसके आगे उन्होंने कार से संगम तक का सफर तय किया. उन्होंने फैमिली ने पवित्र डुबकी लगाई. मुकेश की दोनों बहनों के साथ ही परिवार के सदस्यों ने पवित्र डुबकी लगाई.
अंबानी से पहले ये अरबपति भी लगा चुके हैं डुबकी
मुकेश के परिवार से पहले महाकुंभ में उनके भाई अनिल अंबानी भी अपने परिवार संग डुबकी लगा चुके हैं. इसके अलावा, गौतम अडानी भी अपने परिवार के साथ संगम में डुबकी लगा चुके हैं. गौतम अडानी महाकुंभ में स्नान के दौरान ही अपने छोटे बेटे जीत अडानी की शादी के डेट के बारे में जानकारी भी दी थी. वहीं उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और योगी आदित्यनाथ भी महाकुंभ में स्नान का चुके हैं.
लाखों लोग पहुंच रहे संगम
प्रयागराज के महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है और रोज लाखों की संख्या में लोग संगम में पवित्र स्नान के लिए यहां पहुंच रहे हैं. महाकुंभ में बुधवार को माघ पूर्णिमा का अमृत स्नान होना है. ऐसे में देश के कोने-कोने से लाखों की तादाद में लोग प्रयागराज पहुंच रहे हैं. एक तरफ जहां लोग कुंभ मेला स्पेशल ट्रेनों और सामान्य ट्रेनों में सवार होकर प्रयागराज पहुंच रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ सड़क मार्ग से भी प्राइवेट वाहनों के जरिए श्रद्धालु प्रयागराज आ रहे हैं.
ट्रैफिक जाम जैसे हालात
प्रयागराज आने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ भी दिखाई दे रही है. साथ ही प्रयागराज और आसपास के सीमावर्ती जिलों में जबरदस्त ट्रैफिक जाम के हालात बने हुए हैं. बीते सोमवार को प्रयागराज के सीमावर्ती जिले भदोही, मिर्जापुर, फतेहपुर, कौशांबी और प्रतापगढ़ में जबरदस्त ट्रैफिक जाम था जिसकी वजह से श्रद्धालुओं को प्रयागराज पहुंचने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा.