भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) के प्रमुख इंडेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई (BSE) ने मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की नई कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio financial Services) की सर्किट लिमिट में बदलाव किया है. बीएसई ने गैर-बैंकिंग वित्तीय सर्विस यूनिट के स्टॉक की सर्किट लिमिट को मौजूदा 5 फीसदी से बढ़ाकर अब 20 फीसदी कर दिया है. इंडेक्स की ओर से शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, नई बढ़ी हुई लिमिट सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार यानी 4 सितंबर 2023 से प्रभावी होगी.
ट्रेड-टू-ट्रेड खंड से बाहर हो जाएगा स्टॉक!
बीएसई (BSE) के इस कदम से यह सुनिश्चित होगा कि किसी एक सत्र में जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Jio Fin) के स्टॉक्स की कीमत में एक तय सीमा से अधिक का उतार-चढ़ाव नहीं आए. इसके साथ ही मार्केट एक्सपर्ट्स का ये भी मानना है कि अगले सप्ताह कर मुकेश अंबानी का ये शेयर 'ट्रेड-टू-ट्रेड' खंड से बाहर हो जाएगा. गौरतलब है कि हाल ही में जियो फाइनेंशियल के शेयर (Jio Fin Share) को बेंचमार्क सेंसेक्स सहित सभी बीएसई सूचकांकों से हटा दिया गया था.
21 अगस्त को मार्केट में लिस्ट हुए थे शेयर
पिछले महीने संपन्न हुई रिलायंस की वार्षिक आम बैठक (Reliance AGM 2023) में चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ऐलान किया था कि उनकी नई कंपनी जियो फाइनेंशियल इंश्योरेंस सेक्टर में भी एंट्री लेगी. इस कंपनी के शेयर बीते 21 अगस्त 2023 को शेयर मार्केट (Stock Market) में लिस्ट हुए थे. हालांकि, लिस्टिंग-डे से ही इनमें बड़ी गिरावट शुरू हो गई थी. लिस्टिंग के बाद से ही jio Fin के शेयर में लगातार लग रहे लोअर सर्किट के बीच एक्सचेंजों से इसे हटाने में भी देरी हुई.
कंपनी के स्टॉक में लगातार अपर सर्किट
भले ही जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के स्टॉक्स (Jio Financial Stock) शेयर बाजार में लिस्ट होने के बाद से लगातार गिरे हों, लेकिन बीते तीन कारोबारी सत्रों से बढ़त के साथ हरे निशान पर कारोबार कर रहे थे. यही नहीं कंपनी के शेयर में तेजी का आलम ये है कि इसमें अपर सर्किट लग रहा है. बीते कारोबारी दिन शुक्रवार को ये 4.99 फीसदी की बढ़त लेते हुए 245.15 रुपये के लेवल पर क्लोज हुआ था. कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन (Mcap) 1.56 लाख करोड़ रुपये है.
जियो फिन के साथ इन शेयरों में बदलाव
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) द्वारा सिर्फ अंबानी की जियो फाइनेंशियल लिमिटेड के शेयर की सर्किट लिमिट में ही बदलाव नहीं किया गया है. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलटेल और इंडिया पेस्टिसाइड्स समेत नौ कंपनियों के लिए प्राइस बैंड को 10 फीसदी कर दिया गया है. जिन अन्य कंपनियों के लिए संशोधन किया गया है उनमें ऋषभ दीघा स्टील एंड अलाइड प्रोडक्ट्स, वर्टेक्स सिक्योरिटीज और रतनइंडिया पावर शामिल हैं, इनका प्राइस बैंक 5 फीसदी कर दिया गया है.
गौरतलब है कि किसी शेयर में अत्यधिक अस्थिरता को नियंत्रित रखने के लिए बीएसई द्वारा एक सर्किट फिल्टर सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है और यह एक दिन में किसी स्टॉक में अधिकतम उतार-चढ़ाव की अनुमति है.