एशिया के दूसरे सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliacne Industries Ltd.) एक बड़ा सौदा करने की तैयारी कर रही है, जो करीब 50 करोड़ यूरो (4,060 करोड़ रुपये) का है. रिलायंस ने इसके तहत जर्मनी की रिटेल कंपनी मेट्रो कैश एंड कैरी (METRO Cash & Carry) के भारत में फैले कारोबार के अधिग्रहण का प्लान बनाया है.
Reliance के प्रस्ताव पर मेट्रो राजी!
पीटीआई की रिपोर्ट में उद्योग जगत से जुड़े सूत्रों के हवाले से यह जानकारी साझा की गई है. इसमें बताया गया है कि समझौते में 31 थोक वितरण केंद्र, भूमि बैंक और मेट्रो कैश एंड कैरी (Cash & Carry) के स्वामित्व वाले अन्य एसेट्स शामिल हैं. रिपोर्ट में यह दावा भी किया गया है कि अरबपति मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और मेट्रो के बीच पिछले कुछ महीनों से इस डील को लेकर चर्चा चल रही थी और पिछले हफ्ते ही जर्मनी की इस कंपनी रिलायंस रिटेल के प्रस्ताव पर सहमत हो गई.
दोनों कंपनियों का टिप्पणी से इनकार
Mukesh Ambani की इस बिग डील से देश के सबसे बड़े रिटेलर रिलायंस रिटेल को B2B सेगमेंट में अपनी मौजूदगी बढ़ाने में मदद मिलेगी. मेट्रो और रिलायंस इंडस्ट्रीज दोनों की ओर से इस डील के डेवलपमेंट को लेकर किसी भी टिप्पणी से साफ इनकार किया गया है. हालांकि, रिलायंस के एक प्रवक्ता ने कहा है कि हमारी कंपनी विभिन्न अवसरों का मूल्यांकन करती है, वहीं मेट्रो एजी के प्रवक्ता का कहना है कि बाजार की अफवाहों या अटकलों पर हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते.
34 देशों में फैला है मेट्री एजी का कारोबार
मेट्रो कैश एंड कैरी के ग्राहकों में रिटेलर्स और किराना स्टोर्स, होटल, रेस्तरां और कैटरर्स (होरेका), कॉरपोरेट्स, एसएमई, कंपनियां और संस्थान शामिल हैं. मेट्रो एजी 34 देशों में अपना कारोबार करती है और इसने भारतीय बाजार में साल 2003 में एंट्री ली थी. इसके बेंगलुरु में छह स्टोर, हैदराबाद में चार, मुंबई और दिल्ली में दो-दो और कोलकाता, जयपुर, जालंधर, जीरकपुर, अमृतसर, अहमदाबाद, सूरत, इंदौर, लखनऊ, मेरठ, नासिक, गाजियाबाद, तुमकुरु, विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम, गुंटूर और हुबली में एक-एक स्टोर हैं.
देश में रिटेल कारोबार बढ़ा रहे अंबानी
रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) ग्रुप के तहत आने वाली सभी खुदरा कंपनियों की होल्डिंग कंपनी है. कंपनी ने 31 मार्च 2022 को समाप्त वर्ष के लिए करीब 2 लाख करोड़ रुपये का समेकित कारोबार दर्ज किया था. रिटेल कारोबार को बढ़ाने के लिए मुकेश अंबानी एक के बाद एक बड़ी डील करते जा रहे हैं.