
भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री चुने गए हैं. ऋषि सुनक भारतीय मूल के पहले ऐसे व्यक्ति बन गए हैं, जो ब्रिटेन की सरकार का सबसे बड़ा पद संभालेंगे. ऋषि सुनक के पीएम चुने के बाद से ही ब्रिटेन से लेकर भारत तक में जश्न का माहौल है. सुनक के पीएम चुने के बाद इंफोसिस के सह-संस्थापक और ऋषि सुनक ससुर एन आर नारायणमूर्ति (Narayana Murthy) ने पहली बार बयान दिया है. ऋषि सुनक की शादी नारायणमूर्ति की बेटी से हुई है.
स्टैनफोर्ड में हुई थी दोनों की मुलाकात
ऋषि सुनक की शादी इंफोसिस के को फाउंडर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता से हुई है. दोनों की मुलाकात स्टैनफोर्ड में एमबीए कोर्स के दौरान हुई थी. बाद में दोनों ने शादी कर ली. ऋषि और अक्षता के दो बेटियां भी हैं, जिनके नाम कृष्णा और अनुष्का है.
हमें उन पर गर्व है
नारायणमूर्ति ने कहा कि हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं. मूर्ति ने पीटीआई को ईमेल के जरिए दी गई अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा- 'ऋषि को बधाई. हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं. हमें विश्वास है कि वह यूनाइटेड किंगडम के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे.
ऋषि सुनक ब्रिटेन के ऐसे नेता हैं, जिन्हें अमीर ससुराल होने की वजह से भी निशाने पर ले लिया जाता है.
इसी साल अप्रैल में स्टॉक एक्सचेंजों के साथ साझा की गई जानकारी के आधार पर प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अक्षता मूर्ति संपत्ति की संपत्ति ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ से भी अधिक थी.
सुनक का भारतीय कनेक्शन
ऋषि सुनक का जन्म 12 मई 1980 को ब्रिटेन के साउथम्पैटन में हुआ था. ऋषि के पिता डॉक्टर और मां एक दवाखाना चलाती थीं. ऋषि सुनक के दादा-दादी का जन्म पंजाब प्रांत (ब्रिटिश इंडिया) में हुआ था, जबकि ऋषि सुनक के पिता का जन्म केन्या तो उनकी मां का जन्म तंजानिया में हुआ था. इतिहास में यह पहला मौका है, जब कोई भारतीय मूल का व्यक्ति ब्रिटेन में पीएम का पद संभालेगा.
सुनक से ससुर का कारोबार
ऋषि सुनक के ससुर नारायणमूर्ति की इंफोसिस (Infosys) भारत की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है. यह वर्तमान में ब्रिटेन सहित लगभग 50 देशों में इसका बिजनेस नेटर्वक है. कंपनी के रेवेन्यू पर नजर डालें तो ये 2019 में 11.8 अरब डॉलर, 2020 में 12.8 अरब डॉलर और 2021 में 13.5 अरब डॉलर रहा था.