भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) के सबसे महंगे स्टॉक्स में शामिल नेस्ले इंडिया को लेकर बड़ी खबर है. ये शेयर आने वाले दिनों में टुकड़ों में बंट सकता है यानी कंपनी स्टॉक स्प्लिटिंग (Stock Split) पर विचार कर रही है. इस संबंध में फैसला आने वाली 19 अक्टूबर को प्रस्तावित बोर्ड मीटिंग में लिया जाएगा. स्टॉक स्प्लिट की खबर का असर बुधवार को कंपनी के शेयरों पर दिखाई दिया और ये कारोबार के दौरान 4 फीसदी तक उछल गया.
एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई ये जानकारी
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में Nestle India की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया है. कंपनी ने कहा है कि दूसरे अंतरिम डिविडेंड पर इस बैठक में फैसला लिया जाना है. इससे पहले साल 2023 में कंपनी 102 रुपये का डिविडेंड दे चुकी है. इसमें 75 रुपये का फाइनल डिविडेंड और 27 रुपये का अंतरिम डिविडेंड शामिल है. कंपनी द्वारा पहले दी गई जानकारी के मुताबिक, इसके लिए रिकॉर्ड डेट 1 नवंबर 2023 हो सकती है.
677 रुपये बढ़ी शेयर की कीमत
देश की दिग्गज एफएमसीजी कंपनी नेस्ले इंडिया (Nestle India) के एक शेयर की कीमत 2,000 रुपये से ज्यादा है और इस स्टॉक स्प्लिट की खबर के बाद बुधवार को शेयर बाजार में गिरावट के बावजूद कंपनी के शेयर ने लंबी छलांग लगाई. Stock Market में कारोबार खत्म होने पर Nestle India Share 3.03 फीसदी या 677.10 रुपये बढ़कर 22,992.35 रुपये पर पहुंच गया. बता दें कि Stock Split से निवेशकों को बड़ा फायदा मिलेगा.
पांच साल में नेस्ले शेयर की परफॉर्मेंस
Nestle India स्विस कंपनी नेस्ले की सब्सिडियरी FMCG कंपनी है. ये चॉकलेट और कन्फेक्शनरी समेत अन्य प्रोडक्ट्स बनाती है. 2.22 लाख करोड़ रुपये मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली कंपनी नेस्ले इंडिया के शेयर का 52 वीक का हाई लेवल 23,395.35 रुपये और लो-लेवल 17,880.00 रुपये है. कंपनी ने अपने निवेशकों को जोरदार रिटर्न देने का काम किया है. बीते 5 साल में इसने 144 फीसदी, बीते एक साल में 20 फीसदी, बीते छह महीने में 16 फीसदी और पिछले एक महीने में 5 फीसदी का रिटर्न दिया है. फाइनेंशियल ईयर 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का मुनाफा 515 करोड़ रुपये से बढ़कर 698.3 करोड़ रुपये हो गया है.
Stock Split को ऐसे समझें
जब कोई कंपनी अपने शेयर की फेस वैल्यु को कम करना चाहती है, तो स्टॉक स्प्लिट पर विचार करती है. इस प्रोसेस में शेयर टुकड़ों में बंट जाता है और शेयर वॉल्यूम में इजाफा होता है. शेयर का बंटवारा दरअसल, ज्यादा से ज्यादा रिटेल इन्वेस्टर्स को हिस्सेदार बनाने के लिए किया जाता है. आसान शब्दों में समझें तो Stock Split तब होता है जब कंपनी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स अपने मौजूदा शेयरहोल्डर्स को उनकी हिस्सेदारी के मूल्य को कम किए बिना अधिक शेयर जारी करता है. स्टॉक स्प्लिट से बकाया शेयरों की संख्या बढ़ जाती है और प्रत्येक शेयर का व्यक्तिगत मूल्य कम हो जाता है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)