केंद्र सरकार (Central Govt) अगले महीने से चारों नए लेबर कोड (New Labour Code) को लागू करने की तैयारी में है. ये लेबर कोड वेज (Wage), सोशल सिक्योरिटी (Social Security), इंडस्ट्रियल रिलेशंस (Industrial Relations) और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी (Occupational Safety) से जुड़े हैं. अगर 01 जुलाई से नए बदलाव लागू होते हैं तो इससे कर्मचारियों को कुछ फायदे (New Wage Code Retirement Benefits) भी होंगे. जैसे नए कानून के लागू होने से पीएफ (PF) और ग्रेच्युटी (Gratuity) जैसे रिटायरमेंट बेनेफिट (Retirement Benefits) बढ़ जाएंगे. इसके अलावा साप्ताहिक छुट्टियां भी बढ़ सकती हैं. हालांकि नुकसान की बात ये है कि इन-हैंड सैलरी (In-Hand Salary) यानी टेक होम सैलरी (Take Home Salary) कम हो जाएगी और काम के घंटे बढ़ जाएंगे.
अगले महीने से लागू हो सकते हैं बदलाव
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार, नए लेबर कोड (New Labour Codes) 01 जुलाई से लागू हो सकते हैं. केंद्र सरकार ने इन चारों कोड का फाइनल ड्राफ्ट फरवरी 2021 में ही तैयार कर लिया था. उससे पहले सरकार ने कोड ऑफ वेजेज 2019 (Code on Wages, 2019) को 08 अगस्त 2019 को नोटिफाई किया था. इसी तरह इंडस्ट्रियल रिलेशंस कोड 2020 (Industrial Relations Code, 2020), कोड ऑन सोशल सिक्योरिटी 2020 (Code on Social Security, 2020) और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ एंड वर्किंग कंडीशंस कोड 2020 (Occupational Safety, Health and Working Conditions Code, 2020) को 29 सितंबर 2020 को नोटिफाई किया गया था. अभी तक 23 राज्य इन कानूनों के प्री-पब्लिश्ड ड्राफ्ट को अपना चुके हैं. केंद्र सरकार चाहती है कि सारे राज्य एक साथ इन चारों बदलावों को लागू कर दें.
बढ़ जाएंगे रिटायरमेंट के ये फायदे
नए वेज कोड के लागू होने के बाद कर्मचारियों की बेसिक सैलरी, उनकी टोटल सैलरी (New Wage Code Total Salary) की कम से कम 50 फीसदी हो जाएगी. इस बदलाव से उनका PF कंट्रीब्यूशन बढ़ जाएगा. रिटायरमेंट के लिहाज से एक्सपर्ट इस बदलाव को अच्छा मान रहे हैं. इसके साथ ही कर्मचारियों की ग्रेच्युटी (New Wage Code Gratuity) भी बढ़ जाएगी. यह भी रिटायर होने के बाद कर्मचारियों को अधिक फायदा देगा.
कम हो जाएगी इन-हैंड सैलरी
दूसरी ओर इससे टेक होम सैलरी (New Wage Code Take Home Salary) घट सकती है. नए वेज कोड के लागू होने से PF कंट्रीब्यूशन के साथ कर्मचारी की ग्रेच्युटी भी बढ़ जाएगी. उदाहरण के लिए अगर आपकी लास्ट सैलरी 50,000 रुपए है और आपने 5 साल किसी कंपनी में काम किया है तो आपकी ग्रेच्युटी 1.25 लाख रुपए बनेगी. नई व्यवस्था में ग्रेच्युटी की गणना 'डीम्ड' बेसिक सैलरी (Deemed Basic Salary) के आधार पर होगी, जो कि टोटल सैलरी के 50 फीसदी से कम नहीं होनी चाहिए. यानी अगर आपकी टोटल सैलरी 2 लाख रुपए है और बेसिक सैलरी 50 हजार रुपए है, तो आपकी ग्रेच्युटी एक लाख रुपए (2 लाख के ग्रॉस पे का 50 फीसदी) के हिसाब से तय की जाएगी.
मिलेंगी ज्यादा छुट्टियां, बढ़ेंगे काम के घंटे
एक अन्य अहम बदलाव काम के घंटों और साप्ताहिक छुट्टियों को लेकर होगा. खबरों के अनुसार, सरकार ने ड्राफ्ट में फोर-डे वर्क वीक का प्रस्ताव दिया है. इसका मतलब हुआ कि सप्ताह में चार दिन काम पर जाना होगा और तीन दिन छुट्टियां मिलेंगी. वहीं दूसरी ओर इसका नुकसान ये होगा कि हर रोज 12-12 घंटे काम करने होंगे. सरकार का प्रस्ताव है कि सप्ताह में एक कर्मचारी को कम से कम 48 घंटे काम करने ही होंगे. इसी तरह अर्न्ड लीव को लेकर भी बड़े बदलाव होने जा रहे हैं.