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निर्मला बोलीं- इकोनॉमी में सुधार, इस साल निगेटिव या शून्य के करीब रहेगी GDP ग्रोथ

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि अर्थव्यवस्था में अब सुधार के संकेत दिखने लगे हैं. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर में गिरावट होगी या फिर शून्य के करीब रहेगी.

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जीडीपी में सुधार के संकेत
जीडीपी में सुधार के संकेत
स्टोरी हाइलाइट्स
  • पहली तिमाही में GDP में 23.9 फीसदी की जबरदस्त गिरावट
  • त्योहारों में खरीदारी से अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलने की उम्मीद
  • लोगों के जीवन को बचाने के लिए लॉकडाउन का लिया फैसला

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि अर्थव्यवस्था में अब सुधार के संकेत दिखने लगे हैं. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की विकास दर में गिरावट होगी या फिर शून्य के करीब रहेगी.

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निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2020-21 की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में 23.9 फीसदी की जबरदस्त गिरावट आई है, जिससे पूरे वित्त वर्ष के दौरान GDP की वृद्धि दर नकारात्मक या शून्य के करीब रहेगी. उन्होंने कहा कि त्योहारी सीजन के दौरान होने वाली खरीदारी से भारतीय अर्थव्यवस्था को रफ्तार मिलने की पूरी उम्मीद है. फिलहाल सरकार का जोर सार्वजनिक खर्च के जरिये आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने पर है.

सेरा वीक के भारत ऊर्जा मंच को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी की वजह से 25 मार्च से सख्त लॉकडाउन लगाया था, क्योंकि लोगों के जीवन को बचाना ज्यादा जरूरी था. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से ही सरकार महामारी से निपटने के लिए तैयारियां कर सकी. 

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निर्मला सीतारमण ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों को खोले जाने से अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिख रहे हैं. सीतारमण ने कहा कि त्योहारी सीजन से अर्थव्यवस्था को और रफ्तार मिलने की उम्मीद है.  उन्होंने कहा, 'इससे चालू वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही में विकास दर सकारात्मक रहने की उम्मीद है.'

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उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 2020-21 में GDP की वृद्धि दर नकारात्मक या शून्य के करीब रहेगी. वित्त मंत्री ने कहा कि अगले वित्त वर्ष से वृद्धि दर में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि सरकार का जोर सार्वजनिक खर्च के जरिये आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने पर है.

 

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