दुनियाभर की दिग्गज कंपनियां अपने खर्च को कम करने के लिए छंटनी (Layoff) कर रही है. पिछले साल से शुरू हुआ छंटनी का सिलसिला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है. टेक कपंनियों ने पहले आर्थिक मंदी (Economic Recession) की आशंका की वजह से अपने वर्कफोर्स में कटौती की. अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की वजह से लाखों लोगों की नौकरियों पर खतरा मंडराने लगा है. छंटनी के इस दौर के बीच जेरोधा के को-फाउंडर नितिन कामथ (Nithin Kamath) ने ऐलान किया है, उनकी कंपनी AI की वजह से किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकालेगी.
नितिन कामथ ने एक ट्वीट में कहा कि हम किसी को अपनी टीम से इसलिए नहीं निकालेंगे, क्योंकि हमने नई टेक्नोलॉजी लागू की है. कामथ ने आगे चेतावनी दी कि कई कंपनियां इंसानों को AI से बदल देंगी. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में कंपनियां अधिक कमाएंगी और अपने शेयरधारकों को बढ़िया मुनाफा भी देंगी. इससे संपत्ति की असमानता बढ़ेगी. यह मानवता के लिए अच्छा परिणाम नहीं है. कामथ का यह भी मानना है कि AI का वास्तविक प्रभाव तुरंत नहीं दिखेगा और इसमें कुछ साल लगेंगे.
तैयार की है AI पॉलिसी
AI के उभरने से लोकप्रिय लीडर्स ने विभिन्न सरकारों और नीति निर्माताओं से नियमों पर जोर दिया है. जो एआई के डवलपमेंट को नियंत्रित कर सकते हैं. नितिन कामथ ने अपने ट्वीट में लिखा कि हमने अपनी टीम को AI की वजह से नौकरी के खतरे या डर पर साफ-साफ जानकारी देने के लिए एक पॉलिसी तैयार की है. उन्होंने आगे कहा कि हमने एक नई टेक्नोलॉजी को अपनाया, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देंगे.
We’ve just created an internal AI policy @zerodhaonline to give clarity to the team, given the AI/job loss anxiety. This is our stance:
— Nithin Kamath (@Nithin0dha) May 12, 2023
"We will not fire anyone on the team just because we have implemented a new piece of technology that makes an earlier job redundant." 1/8
शेयर मार्केट में जगह नहीं बना पाएगा AI
जनवरी में निखिल कामथ से भी बीटी मार्केट समिट के दौरान एआई की क्षमता के बारे में पूछा गया था. इसपर उन्होंने कहा था कि शेयर मार्केट में AI अपनी प्रभावी जगह इसलिए नहीं बना पाएगा, क्योंकि बाजार एल्गोरिदम से कम और सेंटिमेंट पर अधिक चलते हैं. निखिल कामथ ने महज 17 साल की उम्र में ही स्टॉक मार्केट में एक ट्रेडर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी. नौकरी छोड़कर शेयर बाजार उन्हें पसंद आ गया और फिर उन्होंने अपने भाई निखिल के साथ इस ब्रोकरेड कंपनी की स्थापना की थी.
2010 में हुई थी जेरोधा की शुरुआत
जेरोधा (Zerodha) देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्मों में से एक है. ग्राहकों की संख्या के मामले में इसने अपनी शुरुआत के बाद बड़ी-बड़ी ब्रोकरेज फर्मों को भी पीछे छोड़ दिया. जेरोधा टेक्नोलॉजी आधारित स्टॉक ब्रोकिंग का काम करती है. इसकी शुरुआत साल 2010 में नितिम कामथ और उनके भाई निखिल कामथ ने की थी. यहां बता दें कि ये ये देश की पहली डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म है. जेरोधा का हेडक्वार्टर बेंगलुरु में है. नितिन कामथ के को फाउंडर और CEO हैं . जेरोधा IIFL वेल्थ हुरुन इंडिया 40 और सेल्फ मेड रिच लिस्ट 2020 के तहत सबसे ऊपर है.