NSE Scam का सूत्रधार ‘हिमालयन योगी’ या ‘अदृश्य योगी’ आखिर कौन था, अब इस रहस्य से पर्दा उठता नजर आ रहा है. सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है और ‘योगी’ की पहचान को लेकर उसे कई सबूत मिले हैं.
आनंद ही है चित्रा का ‘योगी’
बिजनेस टुडे ने सीबीआई सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि जांच एजेंसी को कई ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो आनंद सुब्रमण्यम के ही ‘हिमालयन योगी’ (Himalayan Yogi) होने की ओर इशारा करते हैं. ये साक्ष्य बताते हैं कि आनंद ने ही rigyajursama@outlook.com नाम से ई-मेल आईडी बनाई थी. इसी ई-मेल आईडी पर NSE की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) ‘अदृश्य योगी’ से बातचीत करती थीं.
आनंद के पास मिले कई स्क्रीनशॉट
जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि उन्हें आनंद सुब्रमण्यम की एक अन्य ई-मेल आईडी से चित्रा रामकृष्ण के कुछ ई-मेल के स्क्रीनशॉट मिले हैं. हालांकि सीबीआई ‘योगी’ की पहचान को लेकर अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने NSE Scam को लेकर अपने 7 फरवरी के आदेश में कहा था कि एनएसई की तत्कालीन सीईओ एवं एमडी चित्रा रामकृष्ण किसी अज्ञात योगी के इशारे पर सारे फैसले ले रही थी. जांच के दौरान जब सेबी ने चित्रा से योगी के बारे में पूछा था तो एनएसई की पूर्व सीईओ ने कहा था कि वह एक रूहानी ताकत हैं, जो हिमालय में विचरण करते हैं. चित्रा ने कहा था कि योगी का अपना कोई शरीर नहीं है और वह अपनी इच्छा से कहीं भी प्रकट हो सकते हैं.
आनंद सुब्रमण्यम हिरासत में
एनएसई (NSE) के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर (GOO) आनंद सुब्रमण्यम (Anand Subramanian) को सीबीआई (CBI) ने चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया है. आनंद को एनएसई को-लोकेशन स्कैम (NSE Co-Location Scam) को लेकर गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को सुब्रमण्यम को 6 मार्च 2022 तक के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है. ऐसे में इस मामले और नए खुलासे हो सकते हैं.
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