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NSE Scam: कहीं आनंद सुब्रमण्यम ही तो नहीं है अज्ञात 'योगी'! CBI को मिले ये अहम सबूत

NSE Scam Latest Update: सीबीआई को NSE से जुड़े घोटाले की जांच में इस तरह के कई सबूत मिले हैं, जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आनंद सुब्रमण्यम ही Himalayan Yogi बनकर तत्कालीन सीईओ चित्रा रामकृष्णा के फैसलों को प्रभावित कर रहा था.

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फाइल फोटो
फाइल फोटो
स्टोरी हाइलाइट्स
  • NSE में काफी ताकतवर बन गए थे सुब्रमण्यम
  • सुब्रमण्यम से पूछताछ कर रही है सीबीआई

सीबीआई सहित देश की विभिन्न एजेंसियां देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज NSE से जुड़े Scam (NSE Scam) की जांच में लगी हुई हैं. सीबीआई की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए सबूत सामने आ रहे हैं. सीबीआई को जांच के सिलसिले में कुछ ऐसे सबूत मिले हैं, जो इस ओर इशारा करते हैं कि अज्ञात 'योगी' बनकर NSE की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्णा (Chitra Ramkrishna) के फैसलों को प्रभावित करने वाला शख्स कोई और नहीं बल्कि एक्सचेंज का पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर (GOO) आनंद सुब्रमण्यम (Anand Subramanian) ही था.    

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मिले ये अहम सबूत

विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि CBI को ऐसे 'मेल ट्रेल (मेल से संवाद का रिकॉर्ड), कुछ स्क्रीनशॉट और अहम साक्ष्य' मिले हैं, जिसके चलते सीबीआई को इस बात का संदेह है कि सुब्रमण्यम ही योगी बनकर रामकृष्णा से संवाद कर रहा था. सीबीआई NSE Co-Location Case के सिलसिले में सुब्रमण्यम को गिरफ्तार कर चुकी है और दिल्ली की एक अदालत ने सुब्रमण्यम को छह मार्च तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया है. 

रिपोर्ट्स में एक सूत्र के हवाले से कहा गया है, "हमें बहुत अधिक संदेह है कि सुब्रमण्यम ने ही वह ईमेल आईडी (rigyajursama@outlook.com) क्रिएट किया था, जिसके जरिए रामकृष्णा अज्ञात योगी से संवाद करती थीं."

योगी को भेजे गए ईमेल सुब्रमण्यम को भी किए फॉरवर्ड

रिपोर्ट्स के अनुसार, सीबीआई के अधिकारी बड़े पैमाने पर डेटा को स्कैन कर रहे हैं. इस दौरान यह बात सामने आई है कि रामकृष्णा द्वारा 'योगी' को भेजे कुछ ईमेल सुब्रमण्यम की आईडी पर भी फॉरवर्ड किए गए थे. जांचकर्ताओं को संदेह है कि सुब्रमण्यम ने रिकॉर्ड रखने के लिए उन ईमेल को खुद को फॉरवर्ड किए थे. इसके साथ ही जांचकर्ताओं को रामकृष्णा और 'योगी' के बीच की बातचीत के स्क्रीनशॉट भी मिले हैं. 

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NSE में काफी ताकतवर बन गए थे सुब्रमण्यम

मार्केट रेगुलेटर सेबी की हालिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि चित्रा रामकृष्णा ने तथाकथित योगी के कहने पर 2013 में सुब्रमण्यम की नियुक्ति NSE  में की थी.  सुब्रमण्यम की नियुक्ति देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में चीफ स्ट्रेटेजिक एडवाइजर के पद पर हुई थी जबकि इससे पहले उनके पास फाइनेंशिल मार्केट का कोई अनुभव नहीं था. हालांकि, इस चीज का NSE में तेजी से उठते उनके करियर ग्राफ पर किसी तरह का असर देखने को नहीं मिला. रामकृष्णा को 2015 में ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद पर प्रमोट किया गया था. 

चेन्नई में गिरफ्तारी के बाद सुब्रमण्यम को लाया गया दिल्ली

सीबीआई ने सुब्रमण्यम को चेन्नई से गिरफ्तार किया था और इसके बाद उसे दिल्ली लाया गया था. सीबीआई अपनी कस्टडी में सुब्रमण्यम से उन सबूतों को लेकर पूछताछ करेगी, जो उसे पिछले कुछ दिनों की छानबीन के दौरान मिले हैं.

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