ओडिशा के वित्त मंत्री निरंजन पुजारी ने बुधवार को राज्य विधानसभा में वित्त वर्ष 2022-23 के शुरुआती चार महीनों के लिए एक अंतरिम बजट पेश किया. जबकि पूरे वित्त वर्ष का बजट 2 लाख करोड़ रुपये का होगा. ये पहली बार होगा जब राज्य के लिए इतना बड़ा बजट पेश किया गया है.
क्यों पेश किया अंतरिम बजट?
ओडिशा सरकार ने पूर्ण बजट पेश करने की बजाय अभी अंतरिम बजट पेश किया है. इसकी वजह सरकार को अपने स्थायी खर्चों के लिए शुरुआती चार महीने में जितना धन चाहिए, उतने की अनुमति विधानसभा से हासिल करना है. सरकार के कई प्रतिष्ठान, वेतन, पेंशन और योजनाओं का काम इन चार महीनों में रुके ना इसलिए सरकार अंतरिम बजट पेश किया है. इस अंतरिम बजट से सरकार को अप्रैल से जुलाई 2022 के बीच में अपने खर्च चलाने में मदद मिलेगी.
ओडिशा के बजट में ये प्रावधान
ओडिशा का अंतरिम बजट करीब 1.06 लाख करोड़ रुपये का है. इसमें 1 लाख करोड़ रुपये प्रोग्राम एक्सपेंडिचर के लिए, 20,344 करोड़ रुपये कृषि और संबद्ध क्षेत्र के लिए, शिक्षा और कौशल क्षेत्र के लिए 26,492 करोड़ रुपये और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 12,241 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
राजकोषीय घाटा 3% के बराबर
सरकार ने 2022-23 के लिए राजकोषीय घाटे की सीमा राज्य सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) के 3% तक रखने, जबकि रिवेन्यू सरप्लस GSDP का 2.7% रहने का लक्ष्य तय किया है. राज्य सरकार ने पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 2 लाख करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है. ये 2021-22 के वार्षिक बजट से 17.6% अधिक है.
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