रूस-यूक्रेन के बीच महीनों से जारी लड़ाई (Russia-Ukraine War) के चलते ग्लोबल फूड क्राइसिस (Global Food Crisis) की स्थिति उत्पन्न हो गई है. इस नई परिस्थिति में दुनिया फूड आइटम के लिए भारत की ओर देख रही है. ताजा संकट के बीच भारत से खाने-पीने की चीजों के निर्यात (Food Items Export) में तेजी रिकॉर्ड की गई है. गेहूं (Wheat), चावल (Rice) और चीनी (Sugar) के बाद अब भारत को प्याज के निर्यात (India Onion Export) से भी मोटी कमाई हो रही है. ग्लोबल मार्केट (Global Market) में बढ़ी डिमांड और अच्छे भाव के चलते डॉलर (USD) टर्म में भारत का प्याज निर्यात 2021-22 के दौरान 03 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है.
कम निर्यात के बाद भी मिले ज्यादा पैसे
आंकड़ों के अनुसार, डॉलर वैल्यू में बात करें तो 2021-22 के दौरान भारत का प्याज निर्यात साल भर पहले की तुलना में 22 फीसदी बढ़कर 460 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया. इससे पहले 2020-21 में भारत ने 378 मिलियन डॉलर के प्याज का निर्यात किया था. डॉलर टर्म में प्याज के निर्यात की वैल्यू में यह इजाफा इस तथ्य के बाद भी हुआ है कि वॉल्यूम के मामले में निर्यात गिरा है. इस दौरान भारत का प्याज निर्यात कम होकर 15.37 लाख टन पर आ गया. रुपये के लिहाज से भी भारत को प्याज निर्यात में फायदा हुआ है. कम मात्रा में ट्रेड के बाद भी रुपये के लिहाज से प्याज निर्यात की वैल्यू 2020-21 के 2,826 करोड़ रुपये से 21 फीसदी बढ़कर 2021-22 में 3,432 करोड़ रुपये हो गई.
इस पड़ोसी देश ने लिया सबसे ज्यादा प्याज
आंकड़ों पर गौर करें तो पड़ोसी देश बांग्लादेश (Bangladesh) भारत से सबसे ज्यादा प्याज खरीदता है. फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के दौरान बांग्लादेश ने भारतीय प्याज की खरीद और बढ़ा दी. इस दौरान बांग्लादेश को भारतीय प्याज का निर्यात साल भर पहले के 5.52 लाख टन से बढ़कर 6.58 लाख टन पर पहुंच गया. डॉलर में वैल्यू के हिसाब से देखें तो पिछले फाइनेंशियल ईयर में भारत ने बांग्लादेश को 174 मिलियन डॉलर प्याज का निर्यात किया था, जो साल भर पहले के 101 मिलियन डॉलर से 72 फीसदी ज्यादा है.
ये 2 पड़ोसी देश भी भारतीय प्याज पर निर्भर
बांग्लादेश के अलावा श्रीलंका (Sri Lanka) और नेपाल (Nepal) जैसे पड़ोसी देश भी भारत से बड़ी मात्रा में प्याज की खरीद करते हैं. श्रीलंका को भारतीय प्याज का निर्यात आलोच्य अवधि में 1.44 लाख टन से 12.5 फीसदी बढ़कर 1.62 लाख टन पर पहुंच गया. वैल्यू के हिसाब से यह 44.19 मिलियन डॉलर से 25 फीसदी बढ़कर 55.33 मिलियन डॉलर हो गया. इसी तरह नेपाल को प्याज का निर्यात साल भर पहले के 1.13 लाख टन से बढ़कर 2021-22 में 1.67 लाख टन पर पहुंच गया. वैल्यू के लिहाज से यह इस दौरान 69 फीसदी बढ़कर 37.48 मिलियन डॉलर पर पहुंच गया.
मलेशिया दूसरे नंबर का खरीदार
भारत से प्याज खरीदने के मामले में बांग्लादेश के बाद मलेशिया (Malaysia) का दूसरा स्थान है. हालांकि 2021-22 में मलेशिया को भारतीय प्याज का निर्यात मात्रा के हिसाब से गिर गया. भारत ने 2021-22 में मलेशिया को 1.70 लाख टन प्याज का निर्यात किया, जो साल भर पहले के 1.98 लाख टन की तुलना में कम है. हालांकि बेहतर दाम मिलने से वैल्यू टर्म में भारत फायदे में ही रहा. इस लिहाज से मलेशिया को भारत ने 65.93 मिलियन डॉलर के प्याज का निर्यात किया. यह आंकड़ा साल भर पहले के 61.92 मिलियन डॉलर की तुलना में 6.5 फीसदी ज्यादा है.
यूएई के मामले में गिरा भारतीय प्याज का निर्यात
खाड़ी देश संयुक्त अरब अमीरात (UAE) भी भारतीय प्याज के सबसे बड़े खरीदारों में से एक है. पिछले फाइनेंशियल ईयर में मलेशिया की तरह संयुक्त अरब अमीरात ने भी भारत से कम प्याज की खरीदारी की. संयुक्त अरब अमीरात को भारत ने 2021-22 में 1.22 लाख टन प्याज का निर्यात किया, जो साल भर पहले यानी 2020-21 के 1.70 लाख टन की तुलना में 28 फीसदी कम है. वैल्यू के लिहाज से भी देखें तो यूएई को भारतीय प्याज का निर्यात कम हुआ है. इस हिसाब से संयुक्त अरब अमीरात को भारतीय प्याज का निर्यात साल भर पहले के 41.91 मिलियन डॉलर से गिरकर 37.54 मिलियन डॉलर पर आ गया.