एक ओर श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है, तो दूसरी ओर पाकिस्तान (Pakistan) भी आर्थिक बदहाली का सामना कर रहा है. ऐसे में पड़ोसी मुल्क की वित्तीय सेहत को दुरुस्त करने के लिए पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने उद्योगों पर 'Super Tax' लगाने का ऐलान किया है. इसके बाद पिछले हफ्ते पाकिस्तानी शेयर बाजार (Pakistan Stock Market) जहां एक झटके में डूब गया. वहीं अब इसके खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान भी मैदान में उतर आए हैं.
नए टैक्स की घोषणा से बाजार धराशायी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) द्वारा उद्योगों पर 'सुपर टैक्स' की घोषणा करने के बाद पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (PSX) 2,000 अंक से अधिक का गोता लगा गया और निवेशकों का हाल-बेहाल कर दिया. दरअसल, पीएम शरीफ द्वारा बड़े पैमाने पर उद्योगों पर एक नए टैक्स की घोषणा करने के बाद, सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन बीते शुक्रवार को दोपहर में केवल 22 मिनट के कारोबार के बाद ही पाकिस्तान शेयर बाजार 2,000 से अधिक अंक या लगभग पांच फीसदी की गिरावट आ गई थी. शरीफ की घोषणा के कुछ ही क्षण बाद बेंचमार्क केएसई-100 इंडेक्स 2,053 अंक या 4.8 फीसदी नीचे आ गया.
2 जुलाई को विरोध बैठक करेंगे इमरान
इस सुपर टैक्स के ऐलान के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान (Imran Khan) को भी बैठे बिठाए शहबाज सरकार को घेरने का बड़ा मुद्दा मिल गया है. उन्होंने बिना वक्त गंवाए सरकार के इस फैसले के विरेध में 2 जुलाई को एक विरोध बैठक आयोजित करने की घोषणा कर दी है. इस बैठक का आयोजन इस्लामाबाद के परेड ग्राउंड में किया जाएगा. इमरान खान ने कहा है कि शहबाज सरकार के सुपर टैक्स से उद्योगों पर दबाव बढ़ेगा और देश में बेरोजगारी बढ़ेगी.
सरकार ने इसलिए लगाया है टैक्स
प्रधानमंत्री शरीफ ने बीते शुक्रवार को सीमेंट, स्टील और ऑटोमोबाइल जैसे बड़े पैमाने के उद्योगों पर 10 प्रतिशत सुपर टैक्स लगाने की घोषणा की थी. देश में नए टैक्स का ऐलान करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार के इस कदम का उद्देश्य देश में लगातार बढ़ती महंगाई से निपटना और नकदी की कमी से जूझ रहे देश को दिवालिया होने से बचाना है. प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्ति भी गरीबी उन्मूलन कर के अधीन होंगे.
कारोबारियों ने भी जताया विरोध
टॉपलाइन सिक्योरिटीज के रजा जाफर ने कहा कि शुक्रवार को घोषित की गई सुपर टैक्स नीति ने शेयर बाजार में तबाही मचाई थी और निवेशकों का विश्वास डगमगाया गया था. उन्होंने कहा, बाजार की नकारात्मक प्रतिक्रिया आश्चर्यजनक नहीं है, क्योंकि यह नया कर कॉर्पोरेट मुनाफे को नुकसान पहुंचाने वाला है. आरिफ हबीब कॉरपोरेशन के अहसान मेहंती ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा राजकोषीय घाटे में अंतर को पाटने के लिए एक साल के लिए उद्योगों पर 10 प्रतिशत सुपर टैक्स की घोषणा के बाद पीएसएक्स (पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज) में भारी दबाव देखा गया.