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Paytm Crisis: जब पेटीएम फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने बना लिया था इस्तीफा देने का प्लान... ये थी बड़ी वजह!

Paytm Crisis : फिनटेक फर्म के फाउंडर Vijay Shekhar Sharma पेटीएम पेमेंट्स बैंक में 51% हिस्सेदारी के मालिक हैं, जबकि बाकी वन 97 कम्युनिकेशंस के पास है. बढ़ते नियमकीय दबाव के बीच अब तक कंपनी में कम से कम दो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बोर्ड से इस्तीफा दे चुके हैं.

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पेटीएम के दो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स दे चुके हैं पेमेंट बैंक बोर्ड से इस्तीफा!
पेटीएम के दो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स दे चुके हैं पेमेंट बैंक बोर्ड से इस्तीफा!

फिनटेक फर्म पेटीएम (Paytm) पर आरबीआई का एक्शन और गिरते शेयर के बीच संकट लगातार गहराता जा रहा है. केंद्रीय बैंक (RBI) के आदेश के तहत 29 फरवरी 2024 से इस प्लेटफॉर्म की बैंकिंग सेवाएं बंद होने वाली हैं और पेटीएम फाउंडर लगातार इस डेडलाइन को आगे बढ़ाने के लिए आरबीआई और वित्त मंत्रालय से गुहार लगा रहे हैं. इस बीच बता दें कि पेटीएम पर रिजर्व बैंक की सख्ती का ये पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी बैंक की ओर से इस संबंध में कार्रवाई की जा चुकी है और यहां तक कि फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने पेटीएम पेमेंट बैंक (Paytm Payment Bank) के बोर्ड से इस्तीफा तक देने का मन बना लिया था. 

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बीते साल इस्तीफा देने का किया था विचार 
कथित तौर पर बढ़ते नियामक दबाव के बीच पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) बोर्ड से इस्तीफा देने और अपने नाम से 'पेटीएम' हटाने पर विचार किया था. हालांकि, बिजनेस टुडे पर छपी ईटी की एक रिपोर्ट की मानें, तो उन्होंने यह विचार छोड़ दिया. इसमें दावा करते हुए कहा गया है कि आरबीआई के दबाव के बीच इस्तीफा देने का यह निर्णय बीते साल 2023 के अंत में एक बोर्ड बैठक के दौरान हुआ था, हालांकि, इस प्रपोजल को औपचारिक रूप से प्रस्तुत नहीं किया गया था और ना ही नियामक को भेजा गया था.

Paytm के दो डायरेक्टर्स दे चुके इस्तीफा!
गौरतलब है कि विजय शेखर शर्मा पेमेंट्स बैंक के 51 फीसदी हिस्सेदारी के मालिक हैं, जबकि बाकी वन 97 कम्युनिकेशंस के पास है. इस बीच बता दें कि पेटीएम फाउंडर के इस्तीफा देने के प्लान और फिर उसे ड्रॉप करने के बाद से अब तक कंपनी में कम से कम दो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर बोर्ड से इस्तीफा दे चुके हैं. एक ओर जहां बैंक ऑफ अमेरिका और प्राइसवाटरहाउसकूपर्स (PWC) के पूर्व कार्यकारी शिंजिनी कुमार ने दिसंबर में इस्तीफा दे दिया था, वहीं दूसरी ओर हाल ही समाने आया कि भारतीय स्टेट बैंक की पूर्व उप प्रबंध निदेशक मंजू अग्रवाल ने भी बोर्ड से इस महीने इस्तीफा दे दिया है.

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दो सालों से नियामकीय दबाव में पेटीएम
Paytm बीते दो सालों में अपने लोकप्रिय पेमेंट ऐप और बैंकिंग यूनिट के बीच लेन-देन के बारे में नियामक की ओर से कई चेतावनियां प्राप्त कर चुकी है. ताजा घटनाक्रम की बात करें तो भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम के बैंकिंग परिचालन के अधिकांश व्यवसाय को निलंबित कर दिया है. इसके तहत 29 फरवरी 2024 के बाद से Paytm Payment Bank ना तो नए ग्राहक जोड़ सकेगा, ना ही इसके जरिए कोई डिपॉजिट स्वीकार किया जा सकेगा.  

RBI के एक्शन के बाद बिखरे शेयर
आदेश पर गौर करें तो RBI द्वारा फिनटेक फर्म की बैंकिंग यूनिट Paytm Paytment Bank की सर्विसेज पर बैन लगाने के आदेश बीते 31 जनवरी को जारी किया गया था. रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट बैंक को नए ग्राहक बनाने से रोका है, साथ ही बैंक खाते या FASTag में किसी भी डिपॉजिट पर रोक लगाई है. इसके बाद से पेटीएम के शेयर की कीमत जनवरी के शिखर से 40 फीसदी से ज्यादा कम हो गई है. बीते गुरुवार को जहां इस शेयर में 10 फीसदी का लोअर सर्किट लगा था, तो वहीं सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को Paytm Share 6.16 फीसदी टूटकर 49.15 रुपये के लेवल पर क्लोज हुआ था. 

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