Paytm Stock New Target Price: फिनटेक कंपनी Paytm के लिए शेयर मार्केट का अब तक का सफर अच्छा नहीं रहा है. पिछले साल आईपीओ आने के बाद से अभी तक Paytm की पैरेंट कंपनी One97 Communications का शेयर ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म Macquarie Securities के टारगेट के हिसाब से गिरता रहा है. आज फिर पेटीएम स्टॉक में 13 फीसदी तक की भारी-भरकम गिरावट देखने को मिली और इसका भाव 700 रुपये से भी नीचे आ गया. इस तरह एक बार फिर से पेटीएम स्टॉक के लिए Macquarie का अनुमान सटीक साबित हुआ है. इसके बाद लोग कयास लगा रहे हैं कि क्या Macquarie इस स्टॉक का टारगेट प्राइस और कम करेगा.
Macquarie ने पहली बार दिया इतने का टारगेट
One97 Communications का शेयर 18 नवंबर 2021 को शेयर मार्केट पर लिस्ट हुआ. कंपनी ने आईपीओ में इश्यू प्राइस 2,150 रुपये रखा था. Macquarie ने सबसे पहले इसे 1,200 रुपये का टारगेट प्राइस दिया था. पेटीएम स्टॉक को इतना नीचे टारगेट प्राइस पहली बार किसी फर्म ने दिया था. बाद में जनवरी में Macquarie ने इसे और घटाकर 900 रुपये कर दिया. पेटीएम का शेयर जनवरी में ही पहली बार 1,000 रुपये के स्तर से नीचे आया, फिर यह 900 रुपये से भी नीचे लुढ़क गया.
फरवरी में 700 पर सेट हुआ पेटीएम स्टॉक का टारगेट
Macquarie ने बाद में फरवरी में पेटीएम स्टॉक का टारगेट प्राइस और घटाकर 700 रुपये कर दिया. इसके बाद आज पेटीएम के स्टॉक का भाव इससे भी नीचे आ चुका है. शुक्रवार को आरबीआई की कड़ी कार्रवाई के बाद इस बात का अनुमान था ही कि सोमवार को जब बाजार खुलेगा, पेटीएम का शेयर एक और बड़ी गिरावट का गवाह बनेगा. One97 Communications का शेयर बीएसई पर दोपहर 02:30 बजे 11 फीसदी से ज्यादा गिरकर 686 रुपये के आस-पास ट्रेड कर रहा था. दिन के कारोबार में एक समय यह 672.10 रुपये के निचले स्तर तक भी गिरा, जो अब पेटीएम स्टॉक का नया हिस्टोरिकल लो लेवल है. पेटीएम के स्टॉक का भाव पहली बार 700 रुपये से भी नीचे आया है और यह इश्यू प्राइस की तुलना में एक तिहाई से भी कम है.
रिजर्व बैंक के एक्शन पर Macquarie की ये राय
दरअसल सेंट्रल बैंक ने शुक्रवार को Paytm Payments Bank को सख्त निर्देश दिया था और नए ग्राहक बनाने से मना किया था. रिजर्व बैंक ने कहा था कि उसे पेटीएम बैंक को लेकर कुछ उल्लेखनीय सुपरवाइजरी कंसर्न मिले हैं. पेटीएम बैंक को अपने आईटी सिस्टम का ऑडिट कराने का भी निर्देश मिला है. ऑडिट की रिपोर्ट के बाद रिजर्व बैंक तय करेगा कि नए ग्राहक जोड़ने का अधिकार वापस दिया जाए या नहीं. आम तौर पर इस तरह की पाबंदी हटने में ठीक-ठाक समय लग जाता है. Macquarie का मानना है कि इस पाबंदी से पेटीएम के बिजनेस पर खास असर नहीं पड़ने वाला है, क्योंकि कंपनी पहले ही अच्छी संख्या में ग्राहकों को अपने साथ जोड़ चुकी है. हालांकि फर्म ने यह भी चेताया कि इस एक्शन से पेटीएम के ब्रांड और कस्टमर लॉयल्टी पर बुरा असर पड़ने वाला है.
अभी भी बरकरार है अंडरपरफॉर्म रेटिंग
Macquarie ने फिलहाल तो पेटीएम के स्टॉक के लिए नया टारगेट प्राइस सेट नहीं किया है, लेकिन उसने अंडरपरफॉर्म रेटिंग को बरकरार रखा है. इसका मतलब हुआ कि Macquarie को अभी भी पेटीएम स्टॉक का आउटलुक बढ़िया नहीं लग रहा है. आगे यह देखना दिलचस्प होगा कि पेटीएम का स्टॉक इस नए हिस्टॉरिकल लो लेवल से रिकवरी कर पाता है या नहीं.