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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने शुक्रवार को देश की आगे बढ़ती इकोनॉमी को लेकर एक लिंक्डइन पोस्ट किया, जो भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के सही ट्रैक पर होने की तस्वीर पेश करता है. अपनी पोस्ट में प्रधानमंत्री ने हाल ही में की गईं दो रिसर्च का हवाला देते हुए भारत में लोगों के समृद्ध होने और अर्थव्यवस्था पूरी तरह से मजबूत होने पर खुशी जाहिर की. उन्होंने एसबीआई रिसर्च और पत्रकार अनिल पद्मनाभन द्वारा किए गए शोध की रिपोर्ट के कुछ अंश भी अपनी पोस्ट में शेयर किए हैं.
नौ साल में इतनी बढ़ी औसत आय
PM Modi ने रिसर्च के आकड़ों को शेयर करते हुए कहा कि ये इस बात का संकेत हैं कि भारत सामूहिक समृद्धि के साथ उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है. SBI Research में इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइलिंग के मुताबिक, भारतीयों की औसत आय में बीते 9 वर्षों में सराहनीय उछाल दर्ज किया गया है. फाइनेंशियल ईयर 2014 (FY14) में जो इनकम 4.4 लाख रुपये थी, वो FY23 तक बढ़कर 13 लाख रुपये हो गई है. वहीं अनिल पद्मनाभन की शोध में ITR डाटा का अध्ययन कर विभिन्न इनकम ग्रुप में कर आधार (Tax Base) के विस्तार को दर्शाया गया है.
आईटीआर फाइलिंग में चार गुना वृद्धि
रिसर्च में प्रत्येक ब्रैकेट में टैक्स फाइलिंग ( ITR Filing) में न्यूनतम तिगुनी वृद्धि देखी गई है, वहीं कुछ में लगभग चार गुना की बढ़ोतरी देखने को मिली है. ये आंकड़े राज्यों में इनकम टैक्स रिटर्न फाइलिंग में दर्ज की गई तेजी के संदर्भ में सकारात्मक प्रदर्शन पर प्रकाश डालते हैं. पीएम मोदी द्वारा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा साल 2014 और साल 2023 में दाखिल किए गए आकंडे शेयर किए गए हैं. इन पर नजर डालें तो...
आय ग्रुप के आधार पर FY14 और FY23 में फाइल हुए आईटीआर फाइलिंग
इनकम ग्रुप | ITR फाइल (FY14) | ITR फाइल (FY23) |
5-10 लाख रुपये | 3,702,295 | 11,091,674 |
10-20 लाख रुपये | 1,204,137 | 4,554,6670 |
20-50 लाख रुपये | 410,079 | 1,920,276 |
50 लाख-1 करोड़ रुपये | 80,454 | 3,32,065 |
1 करोड़ रुपये से ज्यादा | 46,384 | 1,69,890 |
(सोर्स- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट)
टैक्स फाइलिंग में बढ़ी राज्यों की भागीदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में आगे लिखा, कि साल 2014 और 2023 के बीच आईटीआर फाइलिंग की तुलना करने पर जो डेटा सामने आता है, वो सभी राज्यों में बढ़ी हुई कर भागीदारी (Tax Participation) की एक आशाजनक तस्वीर पेश करती है. आईटीआर फाइलिंग के आंकड़े लोगों के समृद्ध होने का उदाहरण हैं. डेटा एनालिसिस करने पर पता चलता है कि आईटीआर फाइल करने के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों में से एक बनकर उभरा है. जून 2014 में उत्तर प्रदेश ने मामूली 1.65 लाख आईटीआर फाइलिंग की सूचना दी थी, लेकिन यह आंकड़ा जून 2023 तक बढ़कर 11.92 लाख हो गया.
सरकार पर जनता का भरोसा
एसबीआई की रिसर्च रिपोर्ट भी एक उत्साह बढ़ाने वाली बात सामने आई है कि सिर्फ उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य ही नहीं, बल्कि हमारे छोटे राज्यों और वह भी पूर्वोत्तर से, मतलब मणिपुर, मिजोरम और नागालैंड ने पिछले 9 वर्षों में आईटीआर फाइलिंग में 20 फीसदी से ज्यादा की सराहनीय वृद्धि हासिल की है. इससे साफ हो जाता है कि इस अवधि में ना केवल लोगों की आय में इजाफा हुआ है, बल्कि देश में कर कानूनों का अनुपालन भी बढ़ा है. पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा कि यह डेटा हमारी सरकार में लोगों के विश्वास की भावना को भी स्पष्ट करता है.
विकसित भारत के सपने का पूरा करने की ओर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी पोस्ट में आगे भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर कहा कि विभिन्न रिसर्च में समाने आए ये निष्कर्ष न केवल हमारे सामूहिक प्रयासों को दर्शाते हैं, बल्कि एक राष्ट्र के रूप में हमारी क्षमता के बारे में भी सकारात्मक तस्वीर पेश करते हैं. PM Modi ने कहा कि बढ़ती समृद्धि राष्ट्रीय प्रगति के लिए शुभ संकेत है और निस्संदेह, हम आर्थिक समृद्धि के एक नए युग के शिखर पर खड़े हैं. उन्होंने कहा कि हम 2047 तक अपने 'विकसित भारत' के सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
SBI रिसर्च के मुताबिक, साल 2047 तक प्रति व्यक्ति आय FY23 में 2 लाख रुपये से बढ़कर FY47 में 14.9 लाख रुपये होने की उम्मीद है. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2047 तक, ITR दाखिल करने वालों में से 25 फीसदी सबसे कम आय वाली श्रेणी से बाहर निकल सकते हैं.