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पहली तारीख को इन दो बैंकों ने दिया झटका, फिर से इतना महंगा हुआ कर्ज

PNB-ICICI Bank Hikes MCLR: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लगातार रेपो रेट में इजाफे के चलते ज्यादातर बैंक अपने कर्ज की दरों को बढ़ा रहे हें. भले ही महंगाई को नियंत्रित करने के लिए नीतिगत दरों में बढ़ोतरी की गई हो, लेकिन इससे आम लोगों का बोझ बढ़ा है. अब पीएनबी और आईसीआईसीआई बैंक ने MCLR में फिर वृद्धि कर दी है.

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पहली तारीख को इन दो Bank ने दिया झटका
पहली तारीख को इन दो Bank ने दिया झटका

सितंबर के महीने की शुरुआत हो चुकी है और इसके साथ ही यह महीना कई नए बदलावों को लेकर आया है. जहां आज से टोल टैक्स (Toll Tax) के दाम बढ़ा दिए गए हैं, तो वहीं देश के दो बड़े बैंकों (Banks) ने अपने ग्राहकों को पहली तारीख को ही जोरदार झटका दिया है. पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) ने MCLR में बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है. इसके बाद सभी तरह के लोन (Loan) महंगे हो जाएंगे और ईएमआई (EMI) का बोझ बढ़ जाएगा. 

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कर्ज की दरों में 0.5% की बढ़ोतरी
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के रेपो रेट (Repo Rate) में इजाफा करने के बाद से तमाम बैंकों ने एक नहीं बल्कि कई-कई बार कर्ज दरों में बढ़ोतरी की है. अब बात करते हैं पंजाब नेशनल बैंक की, तो बता दें PNB ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिग रेट्स यानी एमसीएलआर में 0.5 फीसदी की बढ़ोतरी का ऐलान किया है. इसके बाद अधिकांश कंज्यूमर लोन महंगे हो गए हैं. नई दरें 1 सितंबर 2022 गुरुवार से लागू हो गई हैं. इस बढ़त के बाद एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर 7.7 फीसदी हो गया है. 

बदलाव के बाद पीएनबी की दरें 
पंजाब नेशनल बैंक ने एमसीएलआर में जो 0.05 फीसदी की वृद्धि की है, उसके बाद एक साल की अवधि के लिए एमसीएलआर अब 7.65 फीसदी से बढ़कर 7.70 फीसदी हो गई है. गौरतलब है कि ज्यादातर उपभोक्ता कर्ज इसी अवधि के MCLR से जुड़े होते हैं. इसके अलावा तीन साल की अवधि के लिए यह दर 8 फीसदी हो गई है. एक माह, तीन माह और छह माह की अवधि के लोन पर एमसीएलआर अब 7.10 से 7.40 फीसदी के बीच होगी. जबकि, इस वृद्धि के बाद एक दिन की अवधि पर एमसीएलआर 7 फीसदी से बढ़कर 7.05 फीसदी हो गई है. 

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आईसीआईसीआई ने इतना बढ़ाया बोझ
PNB के अलावा ICICI Bank ने भी सभी टेन्योर के लिए अपनी एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है. इस बैंक की नई दरें भी आज 1 सितंबर, 2022 से लागू हो गई हैं. आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, एक महीने की एमसीएलआर दर 7.65 फीसदी से बढ़ाकर 7.75 फीसदी कर दी गई है.

इसके अलावा तीन महीने, छह महीने की अवधि पर एमसीएलआर को बढ़ाकर क्रमशः 7.80 फीसदी और 7.95 फीसदी कर दिया गया है. एक साल की एमसीएलआर 7.90 फीसदी से बढ़ाकर 8 फीसदी हो गई है. बीते महीने की शुरुआत यानी 1 अगस्त 2022 को ही आईसीआईसीआई बैंक ने एमसीएलआर में 15 बीपीएस की बढ़ोतरी की थी.

कई और बैंकों का कर्ज हुआ महंगा
इन दो बैंकों के अलावा बैंक ऑफ इंडिया ने भी बीते मंगलवार को अपनी एमसीएलआर दरों में बढ़ोतरी का ऐलान किया था. इस बैंक की नई दरें भी 1 सितंबर से ही लागू हुई हैं. BOI ने एक रात, छह महीने और एक साल के कार्यकाल की अपनी बेंचमार्क उधार दर में 5-10 आधार अंकों (BPS) की वृद्धि की है.

इससे पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने सभी अवधि के लिए एमसीएलआर दरें 0.2 फीसदी तक बढ़ा दी हैं. MCLR दर में इजाफे का सीधा असर सभी तरह के लोन पर पड़ता है और ये महंगे हो जाते हैं. इसके साथ ही ईएमआई में भी इसके अनुसार बढ़ोतरी हो जाती है. 

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रिजर्व बैंक के फैसले का असर
रिजर्व बैंक के द्वारा महंगाई पर नियंत्रण के लिए उठाए जाने वाले कदमों से कर्ज की दरों पर असर पड़ रहा है. दरअसल, मई और जून के बाद अगस्त महीने में भी RBI ने पॉलिसी रेपो रेट में वृद्धि की थी. इस तरह पिछले 4 महीने में अब तक रेपो रेट 1.40 फीसदी बढ़कर 5.40 फीसदी हो चुका है.

पहली बार मई में केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 फीसदी किया था. इसके बाद जून की बैठक में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 0.50 फीसदी बढ़ाया. अगस्त में फिर से रेपो रेट को 0.50 फीसदी बढ़ाया गया. इस तरह तीन बार में रेपो रेट को 1.40 फीसदी बढ़ाया जा चुका है.

 

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