भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने अपनी गवर्नर रहते हुए सैलरी का खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि जब वे भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर थे तो उन्हें 4 लाख रुपये की सैलरी (RBI Governor Salary) मिलती थी, लेकिन यह सैलरी उनके लिए बड़ा लाभ नहीं था. उनके लिए बड़ा लाभ RBI गवर्नर को मिला घर है. रघुराम राजन ने अपने नजरिए से अबतक के बेस्ट वित्त मंत्री के बारे में भी बताया.
'फिगरिंग आउट' पॉडकास्ट में यूट्यूबर राज शामानी के साथ बात करते हुए RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने कहा कि आरबीआई गवर्नर के रूप में उनका वेतन 4 लाख रुपये सालाना मिलता था. हालांकि सबसे बड़ा लाभ घर है. उन्होंने कहा RBI गवर्नर होने की वजह से उन्हें मुंबई में मालाबार हिल पर धीरूभाई अंबानी के घर से कुछ ब्लॉक दूर एक बहुत बड़ा घर मिला था.
रघुराम राजन ने घर के बारे में कैलकुलेशन करते हुए बताया कि अगर घर बेचते हैं या हम इसे पट्टे पर देते हैं तो लगभग 450 करोड़ रुपये मिलेंगे. अगर निवेश करते हैं तो हम RBI के सभी शीर्ष अधिकारियों को उनका वेतन दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि गवर्नर के लिए एक अपार्टमेंट काफी था, लेकिन यह एक शानदार घर है.
नहीं मिलता पेंशन और भत्ता
रघुराम राजन से पूछे जाने पर क्या 4 लाख रुपये सालाना वेतन उचित है? भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) के पूर्व गवर्नर ने कहा कि मुझे लगता है कि यह कैबिनेट सचिव के बराबर की सैलरी है. यह सरकारी अधिकारियों के बराबर सैलरी है. राजन ने कहा कि आरबीआई गवर्नर को अन्य भत्ते नहीं मिलते हैं, जो सरकारी अधिकारियों को मिलते हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें पेंशन भी नहीं मिलती है.
क्यों नहीं मिलती पेंशन ?
पूर्व RBI गवर्नर ने वेतन संरचना के पीछे के तर्क को समझाया. उन्होंने कहा कि ज्यादातर आरबीआई गवर्नर को पेंशन नहीं मिलने का कारण- वे पहले किसी सिविल सर्विस में थे, इसलिए उन्हें पहले से ही उनकी सिविल सेवा से पेंशन मिल गई है. उन्होंने आगे कहा कि एक ऐसा व्यक्ति था जो सिविल सर्विस में नहीं था, मैं उसका नाम नहीं लूंगा... उस मामले में आरबीआई और सरकार के लिए उसकी कई वर्षों की सेवा के कारण उसे पेंशन मिलना चाहिए.
रघुराम राजन के नजरिए से कौन बेहतर वित्त मंत्री?
पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन से पूछा गया कि उनके हिसाब से अबतक के बेस्ट फाइनेंस मिनिस्टर कौन रहे हैं? राजन ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अभी तक के सबसे बेहतर फाइनेंस मिनिस्टर पूर्व प्रधामंत्री मनमोहन सिंह और यशवन्त सिन्हा रहे हैं. यशवन्त सिन्हा एनडीए सरकार में दो बार वित्त मंत्री बने थे. रघुराम राजन ने कहा कि वित्त मंत्री के तौर पर पी चिदंबरम ने भी अच्छे काम किए हैं.
मनमोहन सिंह और यशवंत सिन्हा ही क्यों बेस्ट वित्त मंत्री?
रघुराम राजन ने वजह बताते हुए कहा कि डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 90 के दशक की शुरुआत में बड़ा लिबरलाइजेशन किया था. यह बहुत बड़ा बदलाव था, जिस कारण देश की विकास की रफ्तार तेज हुई. उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव थे. उन्होंने कहा कि नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह ने विकास की गति को निर्धारित किया था. यशवंत सिन्हा के बारे में उन्होंने कहा कि इन्हें मनमोहन सिंह जैसा पॉलिटिकल सपोर्ट नहीं मिला, लेकिन फिर भी सिन्हा ने ब्याज दरों को कम करने, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को फंड देने में मदद करने, पेट्रोलियम उद्योग को नियंत्रणमुक्त करने जैसे कई बड़े सुधार किए.