भारत के वॉरेन बफे (Indian Warren Buffett) के नाम से पहचाने जाने वाले दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) अब नहीं रहे. रविवार 14 अगस्त को उन्होंने अंतिम सांस ली. शेयर बाजार के नए निवेशकों (Stock Market Investors) के लिए प्रेरणा रहे झुनझुनवाला के कहे कुछ शब्द अब बहुत याद आएंगे. बीते साल उन्होंने निवेशकों से कहा था कि जोखिम जीवन का सार है, इसलिए जोखिम लेने से बिल्कुल ना डरें.
32 कंपनियों में 30,000 करोड़ का निवेश
राकेश झुनझुनवाला, जिन्होंने 1985 में शेयर बाजार (Stock Market) में अपना करियर शुरू किया था. उन्होंने महज 5,000 रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ दलाल स्ट्रीट पर कदम रखा था और 2022 तक उन्होंने खुद को इतना बड़ा बना लिया कि देश के शीर्ष अरबपतियों (Top Billionaires) में शामिल हो गए. वर्तमान उनके पोर्टफोलियो (Rakesh Jhunjhunwala Portfolio) पर नजर डालें तो उन्होंने अपनी पत्नी रेखा झुनझुनवाला के साथ 32 कंपनी के शेयरों में करीब 30,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर रखा है.
Investors को दिया था ये मूल मंत्र
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते साल 2021 में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बोलते हुए उन्होंने नए निवेशकों को मूल मंत्र दिया था. उन्होंने कहा था कि 'जोखिम जीवन का सार है. यदि आप Risk नहीं लेते हैं, तो आप कुछ भी नहीं हैं.' अरबपति निवेशक के कहे ये शब्द हमेशा निवेशकों के लिए एक प्रेरणा बने रहेंगे.
बाजार और मृत्यु की भविष्यवाणी असंभव
रिपोर्ट में कहा गया कि हाल ही में शेयर बाजार के बिग बुल (Big Bull) कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला एक और बड़ी बात कही थी, जो उनके निधन के बाद सच होती नजर आती है. दरअसल, उन्होंने कहा था कि ऐसा कोई भी नहीं है जो मौसम, मृत्यु, शेयर बाजार और महिलाओं की भविष्यवाणी नहीं कर सकता है.
इसी महीने अकासा ने भरी थी पहली उड़ान
इक्विटी निवेशक के मामले में यह बात सच होती है, क्योंकि उनकी मौत की खबर से पूरा निवेश समुदाय स्तब्ध है. इसी महीने उनके समर्थन वाली एयरलाइन कंपनी अकासा एयर (Akasa Air) के विमान ने उड़ान भरी थी और उन्होंने सबसे सस्ते हवाई सफर का वादा किया था. लगातार बढ़ते कारोबार के बीच एकाएक उनके निधन ने सभी को हैरान कर दिया. गौरतलब है कि वे लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे.