रतन टाटा (Ratan Tata) नहीं रहे, 86 साल की उम्र में उन्होंने बुधवार को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली. मजबूत फाइनेंशियल हेल्थ और बड़ा कारोबार होने के बावजूद भी वे ताउम्र अकेल रहे. उन्होंने कभी शादी नहीं की, लेकिन ऐसा नहीं है कि उन्हें कभी इस बात का मलाल नहीं हुआ. साल 2022 में रतन टाटा ने एक कार्यक्रम के दौरान अपना दर्द बयां किया था और कहा था, 'आप नहीं जनाते... अकेला रहना कैसा होता है.' आइए उनके इस दर्द के बारे में विस्तार से जानते हैं.
मुंबई के अस्पताल में ली आखिरी सांस
रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे. उम्र संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के चलते बुधवार को उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. दिग्गज बिजनेसमैन, बड़े दानवीर और अरबपति होने के बावजूद वे उम्रभर कुंवारे रहे. उन्हें प्यार हुआ, लेकिन ये शादी तक नहीं पहुंचा और फिर Ratan Tata ने कभी शादी के बारे में नहीं सोचा, बस अपने बिजनेस पर फोकस करते हुए उसे बुलंदियों पर पहुंचाते चले गए. लेकिन उनके दिल में कहीं न कहीं इस फैसले का दर्द भी रहा.
अकेलेपन को लेकर बयां किया था दर्द
ये बात दो साल पहले की है, जब रतन टाटा (Ratan Tata) ने बुजुर्गों की सेवा के लिए बनाए गए एक स्टार्टअप गुड फेलोज (Startup Goodfellows) में निवेश का ऐलान किया था. इस मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपना दर्द बयां किया था और अकेलेपन के बारे में बात की थी. उन्होंने बताया था कि कैसा लगता है जब आप बूढ़े हो जाते हैं? इस स्टार्टअप को उनके मैनेजर शांतनु नायडू (Shantanu Naidu) ने शुरू किया थ.
रतन टाटा ने कही थी ये बड़ी बात
'गुडफेलोज' स्टार्टअप की शुरुआत पर Ratan Tata ने कहा था, 'आप नहीं जानते कि अकेले रहना कैसा होता है? जब तक आप अकेले समय बिताने के लिए मजबूर नहीं होते, तब तक इसका अहसास नहीं होगा.' उस समय रतन टाटा की उम्र 84 साल थी और उन्होंने आगे कहा था कि जब तक कोई वास्तव में बूढ़ा नहीं हो जाता, तब तक किसी को भी बूढ़ा होने मन बिल्कुल भी नहीं करता. ये बातें कहते हुए उन्होंने बुजुर्गों की अकेलेपन की समस्या दूर करने के लिए ऐसे स्टार्टअप शुरू होने पर खुशी जाहिर की थी.
अंतिम दर्शन के लिए उमड़े लोग
Ratan Tata के निधन के बाद बुधवार रात को ही उनका पार्थिव शरीर अस्पताल से घर ले आया गया था और फिलहाल इसे अंतिम दर्शन के लिए मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स हॉल में रखा गया है, जहां उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा है. इसके साथ ही तमाम दिग्गज हस्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि रतन टाटा को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी.
देश के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी ने इसे भारत और हर भारतीय के लिए बड़ी क्षति बताया. RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रतन टाटा दूरदर्शी थे और कॉरपोरेट गवर्नेंस के एथिक्स में विश्वास करते थे. वह देश के बेटे थे, उनका निधन देश के लिए बड़ा नुकसान है. जब भी आधुनिक भारत का आर्थिक इतिहास लिखा जाएगा तो उनकी उपलब्धियों का जिक्र जरूर होगा.