टाटा समूह (Tata Group) को कामयाबी की नई ऊचाइंयों पर पहुंचाने वाले दिग्गज उद्योगपति जेआरडी टाटा (JRD Tata Birthday) की आज 118वीं बर्थ एनिवर्सरी है. आज ही के दिन साल 1904 में पेरिस में जन्मे जेआरडी टाटा ने अपने जीवन में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की. भारत को अपनी पहली एयरलाइन देने से लेकर, स्टील सेक्टर में भारत को ग्लोबल पावर बनाने तक में उन्होंने अहम भूमिका निभाई. आज जेआरडी टाटा के जन्मदिन पर रतन टाटा (Ratan Tata) ने उन्हें याद किया है.
मेरे जीवन पर बहुत प्रभाव
रतन टाटा ने ट्वीट कर लिखा- 'मैं जेआरडी को उनकी 118वीं जयंती पर गर्मजोशी से भरे और केयरिंग इंसान के रूप में याद करता हूं. उनका मेरे जीवन पर बहुत प्रभाव रहा. हम दोनों की पसंद काफी मिलती-जुलती थी. लेकिन वास्तव में मुझे उनका स्नेह और उनकी दयालुता याद आती है. जेह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी महानता कायम रहेगी'.
टाटा समूह में करियर की शुरुआत
JRD के पिता RD Tata टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा (Jamsetji Tata) के बिजनेस पार्टनर और रिश्तेदार थे. जेआरडी टाटा की मां सूनी (Sooni) फ्रांस की नागरिक थीं. वह अपने माता-पिता की चार संतानों में दूसरे नंबर पर थे. उनकी पढ़ाई फ्रांस (France) के अलावा जापान (Japan) और इंग्लैंड (England) में हुई थी.
टाटा समूह में JRD ने अपने करियर की शुरुआत एक एप्रेंटिस (Apprentice) के रूप में दिसंबर 1925 में की थी. इसके लिए उन्हें एक रुपये भी नहीं मिलते थे. जब जेआरडी महज 22 साल के थे, उनके पिता का निधन हो गया. इसके बाद जेआरडी को टाटा संस (Tata Sons) के बोर्ड में जगह मिली. साल 1929 में जेआरडी ने फ्रांस की नागरिकता (JRD French Citizenship) छोड़ दी और भारत में बिजनेस पर पूरा ध्यान लगाने लग गए.
भारत की पहली एयरलाइन
जेआरडी ने ही सबसे लंबे समय तक टाटा समूह को लीड किया है. जेआरडी टाटा को सफल बनाने में जमशेदजी के सिद्धांतों का बड़ा योगदान है. उन्होंने ही भारत को पहली एयरलाइन बनाकर दी. साल 1932 में जेआरडी की अगुवाई में टाटा एविएशन सर्विस (Tata Aviation Service) की शुरुआत हुई. कुछ समय बाद कंपनी का नाम बदलकर टाटा एयरलाइंस (Tata Airlines). हालांकि यह नाम बहुत दिनों तक नहीं चल पाया और अंतत: इस कंपनी को एअर इंडिया का नाम मिला, जो अभी भी कायम है.