Mastercard पर कड़ी कार्रवाई करते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने उसे नए डेबिट और क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोक दिया है. RBI के इस फैसले के बाद कोई भी बैंक Mastercard के डेबिट या क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर पाएगा.
डेटा स्टोरेज नियमों के पालन में कोताही
RBI लगातार विदेशी फिनटेक और फाइनेंस कंपनियों पर नियमों के पालन को लेकर सख्त रवैया अपनाए हुए है. इसमें भी सबसे अहम डेटा स्टोरेज से जुड़े नियम हैं और इसमें कोताही का खामियाजा अब मास्टरकार्ड को भुगतना पड़ा है.
RBI ने अपने आदेश में कहा नियमों के पालन के लिए पर्याप्त अवसर और समय दिए जाने के बावजूद Mastercard ने डेटा स्टोरेज के नियमों का पालन नहीं किया.
देखा गया है कि पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां विशेषकर ग्लोबल कंपनियां डेटा को भारत में स्टोर नहीं करती है. बल्कि इसे अपने विदेशों में बने सेंट्रलाइज्ड डेटा स्टोरेज सिस्टम में रखती हैं. लेकिन डेटा के साथ जुड़े कस्टमर की प्राइवेसी और प्राइवेसी रिस्क को देखते हुए RBI ऐसी कंपनियों को भारत में ही डेटा स्टोर करने की सख्त हिदायत पहले भी दे चुका है.
क्या है RBI के नियम
RBI ने 6 अप्रैल 2018 को पेमेंट सेवाएं देने वाली सभी कंपनियों, फिनटेक के लिए डेटा स्टोरेज से जुड़े नियम जारी किए थे. नियमों के हिसाब से सभी पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को पेमेंट ट्रांजेक्शन की एंड-2-एंड डिटेल, सभी एकत्रित जानकारी, ग्राहकों का डेटा इत्यादि आंकड़ों का स्टोरेज सिर्फ भारत में करना था.
इसके लिए कंपनियों का 6 महीने का वक्त भी दिया गया था. इन नियमों का पालन Mastercard, American Express और Visa जैसी कार्ड कंपनियों के साथ-साथ GPay, Amazon Pay, Phone-Pe जैसी फिनटेक कंपनियों को भी करना था.
22 जुलाई से रोक, मौजूदा ग्राहकों पर असर नहीं
Mastercard पर लगाई गई RBI की ये रोक 22 जुलाई से लागू होगी. उस दिन के बाद से कंपनी नए भारतीय ग्राहकों को अपने डेबिट, क्रेडिट या प्रीपेड कार्ड जारी नहीं कर पाएगी. हालांकि इसका असर मास्टरकार्ड के मौजूदा ग्राहकों पर नहीं होगा.
निश्चित तौर पर RBI के इस फैसले का असर कंपनी के भारत के कारोबार पर पड़ेगा. भारत तेजी से डिजिटल हो रही अर्थव्यवस्था है, ऐसे में किसी भी कार्ड कंपनी के लिए भारत एक बड़ा बाजार है.
AmEx, HDFC, Diners Club पर पहले गिरी गाज
डेटा स्टोरेज नियमों में हीला-हवाली को लेकर American Express, Diners Club International जैसी कार्ड कंपनियों पर RBI पहले ही सख्ती दिखा चुका है. वहीं प्राइवेट सेक्टर के HDFC Bank को भी पिछले साल दिसंबर में नए क्रेडिट कार्ड जारी करने और डिजिटल बिजनेस को लॉन्च करने से रोक दिया गया था.
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