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RBI MPC meet: त्योहारी सीजन में बड़ा झटका दे सकता है RBI, फिर रेपो रेट में हो सकती है बढ़ोतरी

RBI MPC meet: रिजर्व बैंक (RBI) मंहगाई पर काबू पाने के लिए लगातार चौथी बार रेपो दर (Repo Rate) में इजाफा कर सकता है. बीते दिनों आई रिपोर्टों को देखें तो इसमें 0.50 फीसदी के इजाफे की आशंका जताई जा रही है. इस बढ़ोतरी के बाद बैंक लोन महंगे कर देंगे और लोगों की EMI भी बढ़ जाएगी.

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रिजर्व बैंक बढ़ा सकता है रेपो रेट.
रिजर्व बैंक बढ़ा सकता है रेपो रेट.

त्योहारों सीजन में आम लोगों बड़ा झटका लग सकता है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक आज खत्म हो रही है. बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान आज 10 बजे आरबीआई के गर्वनर शक्तिकांत दास करेंगे. कहा जा रहा है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया आज एक बार फिर से रेपो रेट को बढ़ा सकता है, जिसकी घोषणा आज शक्तिकांत दास करेंगे. केंद्रीय बैंक आज रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट का इजाफा कर सकता है. इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट 4.90 पर पहुंच जाएगा. इस बढ़ोतरी के बाद बैंक लोन महंगे कर देंगे और लोगों की EMI भी बढ़ जाएगी.

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महंगा हो जाएगा कर्ज

केंद्रीय बैंक के निर्धारित लक्ष्य से लगातार ऊपर बनी महंगाई दर को काबू में करने के लिए आरबीआई ये कदम उठा सकता है. अगर ऐसा होता है, तो फिर कर्ज महंगा होने के साथ होने के साथ आप पर ईएमआई (EMI) का बोझ बढ़ जाएगा.  

रिजर्व बैंक (RBI) मंहगाई पर काबू पाने के लिए लगातार चौथी बार रेपो दर (Repo Rate) में इजाफा कर सकता है. बीते दिनों आई रिपोर्टों को देखें तो इसमें 0.50 फीसदी के इजाफे की आशंका जताई जा रही है. अब रिपोर्ट में कहा गया है कि RBI महंगाई से निपटने के लिए अमेरिका के फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) समेत अन्य वैश्विक केंद्रीय बैंकों को देखते हुए लगातार चौथी बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकता है. 

तीन बढ़ोतरी के बाद इतनी है रेपो दर

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गौरतलब है कि RBI ने देश में महंगाई (Inflation) को काबू में करने के लिए उठाए गए कदमों के तहत मई महीने से अब तक रेपो रेट में 1.40 फीसदी की बढ़ोतरी की है. कोरोना काल में जो रेपो दर 4 फीसदी पर थी, वह अब बढ़कर 5.40 फीसदी हो गई है.  अगर इसमें 0.50 फीसदी की और वृद्धि की जाती है, तो फिर दर बढ़कर 5.90 फीसदी पर पहुंच जाएगी. 

देश में महंगाई दर

देश में खुदरा महंगाई दर लगतार आठवें महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तय लक्ष्य सीमा से ऊपर बनी हुई है. बीते दिनों जारी किए गए खुदरा महंगाई के आंकड़ों को देखें तो अगस्त में यह एक बार फिर से 7 फीसदी पर पहुंच गई है. इससे पहले जुलाई महीने में खुदरा महंगाई में कमी दर्ज की गई थी और यह 6.71 फीसदी पर आ गई थी.

क्या है रेपो रेट?

रेपो दर (Repo Rate) का सीधा संबंध बैंक से लिए जाने वाले लोन (Loan) और ईएमआई (EMI) से है. दरअसल, रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई (RBI) बैंकों को कर्ज देता है, जबकि रिवर्स रेपो रेट उस दर को कहते हैं जिस दर पर बैंकों को आरबीआई पैसा रखने पर ब्याज देती है.  

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