भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बुधवार को एक बार फिर जोरदार झटका देते हुए रेपो रेट में बढ़ोत्तरी कर दी. एमपीसी की बैठक के बाद सुबह 10 बजे गवर्नर शक्तिकांत दास ने Repo Rate में 35 बेसिस प्वाइंट या 0.35% के इजाफे का ऐलान किया. इसका सीधा और तुरंत असर भारतीय शेयर बाजार में देखने को मिला और इस खबर के बाद सेंसेक्स 200 अंक से ज्यादा टूट गया.
रेपो रेट बढ़ते ही सेंसेक्स 200 अंक टूटा
सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन बुधवार को शेयर बाजार ने धीमी शुरुआत की थी. सेंसेक्स मामूली 11 अंकों की गिरावट के साथ 62,615 के स्तर पर और निफ्टी 4 अंक फिसलकर 18,638 के लेवल पर ओपन हुआ था. लेकिन जैसे से आरबीआई ने रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया, कुछ ही मिनटों में सेंसेक्स 210.09 या 0.34% फिसलकर 62,416 के लेवल पर आ गया.
हालांकि, कारोबार बढ़ने के साथ इस अचानक आई गिरावट में कुछ सुधार देखने को मिल रहा है और खबर लिखे जाने तक बीएसई का सेंसेक्स 123.32 अंक की गिरावट के साथ 62,503.04 पर कारोबार कर रहा है.
शेयर बाजार में तेजी का दौर थमा
Sensex के साथ ही बाजार के दूसरे इंडेक्स निफ्टी में भी गिरावट देखने को मिली. Nifty 50 अंक से ज्यादा टूट गया. फिलहाल, निफ्टी 18,593.15 के स्तर पर कारोबार कर रहा है. गौरतलब है कि शेयर बाजार में बीते दिनों की शानदार रौनक के बाद पिछले तीन दिनों से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. मंगलवार को भी सेंसेक्स 208 अंकों की गिरावट के साथ 62,626 अंक पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी भी 58 अंक की गिरावट लेते हुए 18,642 अंकों पर बंद हुआ था.
मई 2022 से लगातर बढ़ा रेपो रेट
गौरतलब है कि केंद्रीय बैंक ने उच्च महंगाई (Inflation) पर लगाम लगाने के मद्देनजर रेपो रेट में मई 2022 के बाद से ये लगातार पांचवीं बार बढ़ोत्तरी की है. इससे पहले हुए इजाफे पर नजर डालें तो मई में 0.40%, जून में 0.50% अगस्त में 0.50% और सितंबर फिर 0.50% की बढ़ोतरी की गई थी. कुल मिलाकर 2022 में अबतक नीतिगत ब्याज दरें 2.25 फीसदी बढ़ गई हैं और Repo Rate 6.25% के स्तर पर आ गया है.
'महंगाई से जंग जारी रहेगी'
Repo Rate में बढ़ोतरी का ऐलान करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shakti Kant Das) ने कहा कि महंगाई से जंग लगातार जारी रहेगी और हमने Inflation Rate को निर्धारित लक्ष्य 6 फीसदी से नीचे लाने का टारगेट सेट किया है. इसके साथ ही उन्होंने आरबीआई ने FY23 के लिए CPI मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान 6.7% पर बरकरार रखा है. वहीं अगले 12 महीनों में देश में मुद्रास्फीति दर 4% से ऊपर रहने की उम्मीद जताई है.