भारतीय रिजर्व बैंक रेपो रेट (RBI Repo Rate) को लेकर आज बड़ा ऐलान कर सकता है. आरबीआई MPC बैठक के बाद रेपो रेट में कटौती का ऐलान कर सकता है. कहा जा रहा है कि रेपो रेट में 25 से 50 बेसिस पॉइंट की कमी की जा सकती है. एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि इस बार रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट या 0.25 प्रतिशत कटौती कर 6.25 प्रतिशत किया जा सकता है.
फरवरी 2023 से रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है. इससे पहले 2020 में कोविड महामारी के दौरान रेपो रेट को घटाया गया था, लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर 6.50 फीसदी कर दिया गया. ब्याज दर में कटौती का ऐलान होने के बाद आम आदमी को होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन की ईएमआई में राहत मिल सकती है. ऐसे में अगर आपने भी होम लोन ले रखा है, तो आइए जानते हैं RBI द्वारा ब्याज कट करने के बाद कितनी EMI घटेगी?
25 बेसिस पॉइंट घटने पर कितनी बनेगी ईएमआई?
अगर किसी ने 20 लाख रुपये का होम लोन (Home Loan) लिया है और लोन का ब्याज 8.5 प्रतिशत है. जबकि टेन्योर 20 साल के लिए है तो ईएमआई 17,356 रुपये दे रहा होगा, लेकिन RBI के 25 बेसिस पॉइंट या 0.25 फीसदी के ब्याज कटौती करने के बाद लोन का ब्याज 8.25 प्रतिशत हो जाएगा. इस आधार पर उसे 20 लाख के लोन पर 17,041 रुपये ही मंथली EMI देनी होगी. यानी हर महीने 315 रुपये बचेंगे.
वहीं अगर किसी ने 30 लाख रुपये का लोन 8.50 फीसदी ब्याज दर पर 20 साल के लिए लिया है तो उसे हर महीने 26,035 रुपये ईएमआई देनी पड़ रही होगी, लेकिन जब RBI द्वारा 25 बेसिस पॉइंट ब्याज घटा दिया जाएगा तो यह मंथली EMI 25,562 रुपये हो जाएगी. इस हिसाब से उसके 473 रुपये हर महीने बचेंगे.
अगर किसी ने 50 लाख रुपये का होम लोन 8.50 फीसदी ब्याज पर 20 साल के लिए लिया है तो उसे हर महीने 43,391 रुपये ईएमआई देनी पड़ रही होगी, लेकिन आरबीआई 25 बेसिस पॉइंट ब्याज दर कम करता है तो यह मंथली ईएमआई 42,603 रुपये हो जाएगी. यानी कि हर महीने 788 रुपये बचेंगे.
50 बेसिस पॉइंट घटने पर कितनी बनेगी EMI?
EMI कैलकुलेशन का फॉर्मूला
P x R x (1+R)^N / [(1+R)^N-1]
P = लोन अमाउंट
N = लोन का टेन्योर (महीनों में)
R = मासिक ब्याज दर
आपके लोन पर ब्याज दर (R) का कैलकुलेशन प्रति माह के अनुसार की जाती है. जिसे आप वार्षिक ब्याज दर/12/100 तरीके से निकाल सकते हैं.
5 साल बाद कम हो सकता है रेपो रेट?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछली बार RBI ने कोविड के समय (मई 2020) में दर में कटौती की थी यानी कि लगभग 5 साल से रेपो रेट में कटौती नहीं की गई है. उसके बाद इसे धीरे-धीरे बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया गया. फरवरी 2023 में रेपो रेट (Repo Rate) को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया गया था, जिसके बाद से रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है.